राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने प्रयागराज के लालापुर क्षेत्र से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) को हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति करने का आरोप है।
माओवादियों को हथियार सप्लाई करने में दो गिरफ्तार : एनआईए ने की कार्रवाई, एक लालापुर का ग्राम प्रधान, दूसरा आरोपी कौन है पढ़िए
Oct 15, 2024 02:31
Oct 15, 2024 02:31
गुपचुप तरीके से हुई गिरफ्तारी, बाद में मचा हड़कंप
एनआईए की टीम ने दोनों आरोपियों का ट्रांजिट रिमांड बनवाने के बाद देर शाम उन्हें लेकर प्रयागराज से रवाना हो गई। इस पूरी कार्रवाई की भनक किसी को नहीं लगी थी। हालांकि, जब इस छापेमारी की जानकारी सार्वजनिक हुई, तो पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। गांव के लोग इस गिरफ्तारी को लेकर हैरान हैं और किसी भी तरह की टिप्पणी करने से बच रहे हैं।
माओवादियों को हथियार और गोला-बारूद सप्लाई करने का आरोप
एनआईए ने बताया कि सुधीर त्रिपाठी, जो जगदीशपुर गांव का प्रधान है, और सूरज निषाद, लालापुर के ही निवासी, सीपीआई (माओवादी) के कैडरों को लगातार हथियार और गोला-बारूद की आपूर्ति कर रहे थे। सुधीर के पिता कमलेश तिवारी एक शिक्षक हैं। गांव में यह भी चर्चा है कि सूरज कुछ समय के लिए मुंबई भी गया था, लेकिन उसके परिवार ने इस बात से इंकार किया है। गांव के लोग इस मामले पर खुलकर बात करने से बच रहे हैं, जबकि एनआईए की टीम आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है।
पहले भी की गई थी पूछताछ
सूत्रों के अनुसार, एनआईए ने 30 जून को भी इन दोनों से पूछताछ की थी। उस समय एनआईए की एक टीम लालापुर पहुंची थी और आरोपियों से छह घंटे तक थाने में सवाल-जवाब किए गए थे। हालांकि, उस समय उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था, लेकिन इस बार उनके खिलाफ ठोस सबूत मिलने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है।
गांव में स्तब्धता, जारी है पूछताछ
दोनों की गिरफ्तारी के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग इस मामले पर चर्चा करने से कतरा रहे हैं। एनआईए की यह कार्रवाई माओवादियों को हथियार सप्लाई के एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा होने के संदेह में की गई है। एनआईए इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन आरोपियों का नेटवर्क कितना बड़ा और किस-किस क्षेत्र में फैला हुआ है।
एनआईए की कार्रवाई के बाद बढ़ी सतर्कता
प्रयागराज में एनआईए की इस छापेमारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और बढ़ा दी गई है। माओवादियों के साथ जुड़े किसी भी नेटवर्क को खत्म करने के लिए एनआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार काम कर रही हैं।
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