महाकुंभ 2025 की तैयारियों में जुटा रेलवे : कार्यशाला में साझा किए अनुभव, आयोजन को पहले से बेहतर और सुरक्षित बनाने पर चर्चा

कार्यशाला में साझा किए अनुभव, आयोजन को पहले से बेहतर और सुरक्षित बनाने पर चर्चा
UPT | महाकुंभ को लेकर नॉर्थ सेंट्रल रेलवे की कार्यशाला में उपस्थित लोग।

Sep 02, 2024 21:26

कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ 2025 के आयोजन को पहले से भी बेहतर और सुरक्षित बनाना था। 2019 के कुंभ में प्रयागराज मंडल के डीआरएम रहे और वर्तमान में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे, जयपुर के जीएम अमिताभ ने कार्यशाला में अपने अनुभव…

Sep 02, 2024 21:26

Short Highlights
  • रेलवे कर्मचारी और अधिकारी खास रंग की जैकेट पहनेंगे,  ताकि लोग उन्हें पहचान सकें
  • 2025 के महाकुंभ में 950 से ज्यादा ट्रेनें चलाने की तैयारी की गई
Prayagraj News : संगम नगरी प्रयागराज में जनवरी 2025 में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ-साथ नॉर्थ सेंट्रल रेलवे भी जोर-शोर से अपनी तैयारियों में लगा हुआ है। इसी क्रम में सोमवार को डीआरएम प्रयागराज मंडल के कार्यालय में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें रेलवे के मौजूदा अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही 2013 और 2019 के कुंभ में अपनी सेवाएं दे चुके वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। 

पूर्व कुंभ के अनुभवों से मिलेगी प्रेरणा 
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ 2025 के आयोजन को पहले से भी बेहतर और सुरक्षित बनाना था। 2019 के कुंभ में प्रयागराज मंडल के डीआरएम रहे और वर्तमान में नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे, जयपुर के जीएम अमिताभ ने कार्यशाला में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि 2019 के कुंभ के दौरान रेलवे ने अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर में महत्वपूर्ण सुधार किए थे। इन सुधारों के कारण रेलवे ने श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक सुरक्षित और समय पर पहुंचाने में सफलता पाई थी। उन्होंने कहा कि 2019 के कुंभ के बाद से रेलवे ने अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को और भी उन्नत किया है, जिससे 2025 का महाकुंभ पहले से भी बेहतर होने की उम्मीद है।

बेहतर सुविधाओं के साथ की जाएगी 2025 की तैयारी 
कार्यशाला में शामिल नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के जीएम उपेंद्र चन्द्र जोशी ने इस आयोजन को अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कि 2019 और 2013 में महाकुंभ के दौरान सेवा दे चुके अधिकारियों के अनुभव से रेलवे को 2025 की तैयारी में काफी मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि 2019 में रेलवे ने 530 स्पेशल ट्रेनें चलाई थीं, लेकिन 2025 के महाकुंभ के लिए 950 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए साइनेज लगाए जाएंगे और कर्मचारी व अधिकारी विशेष रंग की जैकेट पहनेंगे, ताकि उन्हें आसानी से पहचाना जा सके और यात्रियों को बेहतर सहायता मिल सके। 

करोड़ों श्रद्धालुओं की सेवा के लिए तैयार 
जीएम जोशी के अनुसार, प्रशासन ने 2025 के महाकुंभ में करीब 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया है, जिसमें से लगभग 15 प्रतिशत श्रद्धालु रेलवे के माध्यम से यात्रा करेंगे। इस बड़े आयोजन को सफल बनाने के लिए रेलवे अपनी तैयारी में पूरी तरह से जुटा हुआ है।

 कार्यशाला में 2019 में प्रयागराज मंडल के एडीआरएम रहे अनिल द्विवेदी, आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट अमरेश और सीनियर डिविजनल ऑपरेटिंग मैनेजर समेत कई अन्य अधिकारियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। इन अनुभवों से 2025 के महाकुंभ के आयोजन को और भी सफल और स्मरणीय बनाने की दिशा में रेलवे को नई ऊर्जा और दिशा मिली है। 

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