अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने आगामी प्रयाग कुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज...
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का बड़ा बयान : बोले-कुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रहेगी रोक
Oct 14, 2024 15:57
Oct 14, 2024 15:57
समाज में विघटन करने का है प्रयास
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व जानबूझकर सनातन धर्म और उसकी परंपराओं का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने हाल के वीडियो और घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ लोग धार्मिक स्थलों पर अनुचित गतिविधियों के जरिए समाज में विघटन पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ वीडियो में गैर-हिंदुओं द्वारा धार्मिक स्थलों पर अपमानजनक हरकतें की गई हैं, जैसे थूकना और मूत्र त्यागना। उन्होंने इसे सनातन धर्म को भ्रष्ट करने की साजिश बताया और कहा कि अगर कुंभ जैसे धार्मिक समारोह में ऐसी हरकतें की गईं, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
श्रद्धालुओं के लिए उचित व्यवस्था होना आवश्यक
श्रीमहंत ने उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि कुंभ मेले से पहले यह सुनिश्चित किया जाए कि किसे भोजन और पेय पदार्थ बेचने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कुंभ में लाखों श्रद्धालुओं का आगमन होता है और उनके लिए उचित व्यवस्था होना अत्यंत आवश्यक है ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
दोषियों को सजा देंगे नागा संन्यासी
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म हमेशा से सभी धर्मों और संस्कृतियों का सम्मान करता आया है। मंदिरों में सुबह-शाम 'ईश्वर अल्लाह तेरो नाम' जैसे भजन गाए जाते हैं, जो धार्मिक सौहार्द और सामंजस्य का प्रतीक हैं, लेकिन इसके विपरीत, किसी भी मस्जिद से ऐसा कोई संदेश नहीं सुनाई देता, जो समाज में मेल-जोल और शांति को बढ़ावा दे। उन्होंने कहा कि अगर इस प्रकार की हरकतें आगे भी जारी रहीं तो नागा संन्यासी दोषियों को दंड देने से पीछे नहीं हटेंगे। नागा संन्यासी दोषियों को दंडित करने का अधिकार रखते हैं।
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