पर्यटन का महत्वपूर्ण मंच बना महाकुंभ : टूर गाइड से लेकर टैक्सी ड्राइवर तक को प्रशिक्षण, 45 हजार परिवारों को मिलेगा रोजगार

टूर गाइड से लेकर टैक्सी ड्राइवर तक को प्रशिक्षण, 45 हजार परिवारों को मिलेगा रोजगार
UPT | प्रतीकात्मक तस्वीर

Nov 03, 2024 12:25

पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रयागराज में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे न केवल विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं की आय में वृद्धि होगी, बल्कि 45,000 से अधिक परिवारों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे...

Nov 03, 2024 12:25

Short Highlights
  • महाकुंभ में 'अतिथि देवो भव:' की तैयारी
  • 20 हजार करोड़ का निवेश
  • स्ट्रीट वेंडर्स और नाविकों को विशेष ट्रेनिंग
Prayagraj News : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पारंपरिक भारतीय मूल्यों और 'अतिथि देवो भव:' की भावना को बढ़ावा देते हुए पर्यटकों को बेहतर सेवाएं और सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। इस दिशा में सरकार के प्रयासों से प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में व्यापक बदलाव देखने को मिल रहा है। महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन, जैसे कि प्रयागराज में, इस क्षेत्र को नई पहचान दे रहे हैं।

45 हजार परिवारों को रोजगार
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रयागराज में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे न केवल विक्रेताओं और सेवा प्रदाताओं की आय में वृद्धि होगी, बल्कि 45,000 से अधिक परिवारों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इसके अलावा, धार्मिक पर्यटन स्थलों के आसपास नए रोजगार के स्रोत भी विकसित होंगे।



यूपी में बदल रही है पर्यटन की तस्वीर
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से उपेक्षित पड़े पर्यटन सेक्टर को प्रदेश की योगी सरकार ने नया आयाम दिया है। 16 नवंबर, 2022 को उत्तर प्रदेश की नई पर्यटन नीति-2022 को मंजूरी मिलने के बाद पर्यटन क्षेत्र के विकास का नक्शा बदलना शुरू हुआ। नई पर्यटन नीति से प्रदेश में 20 हजार करोड़ के निवेश और 10 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया है।  इसमें भी सबसे पहले पर्यटन सेक्टर से जुड़े सर्विस प्रोवाइडर को कौशल विकास और प्रबंधन से जोड़ना महत्वपूर्ण है। प्रयागराज महाकुंभ इसके लिए बड़ा मंच साबित हो रहा है।

नाविकों और टूर गाइड्स को दी जा रही ट्रेनिंग
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह का कहना है कि प्रयागराज महाकुंभ में पर्यटकों से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क में आने वाले सभी सेवा प्रदाताओं को प्रशिक्षित करने का अभियान शुरू किया गया है।  नाविकों , टूर गाइड, स्ट्रीट वेंडर्स और स्ट्रीट वेंडर्स जैसे सेवा प्रदाताओं को कौशल विकास और मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जा रही है। 

रिवर गाइड होंगे नाविक
उत्तर प्रदेश में धार्मिक स्थलों में नदियों में नौका संचालन से आजीविका चलाने वाले नाविकों की आय बढ़ाने और क्षमताओं का विकास कर योगी सरकार उन्हें नई भूमिका दे रही है। पर्यटन विभाग 2000 नाविकों को इसका प्रशिक्षण दे रहा है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि पर्यटन विभाग ने मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान और एक अन्य संस्था के साथ एक एमओयू साइन किया है जिसके अंतर्गत यह ट्रेनिंग चल रही हैं जिसमें अभी तक 300 नाविकों को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। इस प्रशिक्षण से नाविक अब नौकायन से आगे बढ़कर रिवर गाइड की भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे। इससे नदियों में धार्मिक स्थलों के किनारे नाव चलाने वाले हजारों नाविकों को रोजगार मिलेगा और पर्यटन स्थलों का वातावरण भी बेहतर होगा। 

420 टूर गाइड सेवाएं देने के लिए तैयार
पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के लिए इस स्थलों में बुनियादी संरचना के विकास के साथ यहां सेवा प्रदान करने सेवा प्रदाताओं को भी स्मार्ट बनाना होगा। पर्यटन विभाग ने इसी को देखते हुए प्रयागराज में 1000 टूर गाइड को स्किल डेवलेपमेंट और मैनेजमेंट की ट्रेनिंग प्रदान कर रहा है। मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबन्ध संस्थान, लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रखर तिवारी की अगुवाई में यह ट्रेनिंग चल रही है। प्रखर तिवारी बताते हैं कि अब तक यहां टूर गाइड के 7 बैच की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है जिसमें 420 टूर गाइड प्रशिक्षित होकर सेवाएं देने को तैयार हैं। 

स्ट्रीट वेंडर्स और टैक्सी ड्राइवर्स को भी प्रशिक्षण
पर्यटकों को गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की डिलीवरी देने के लिए पर्यटन सेक्टर में प्रशिक्षित जनशक्ति पूल का निर्माण करना बड़ी आवश्यकता है। महाकुंभ में आने वाले पर्यटकों के आतिथ्य में यह जन शक्ति उपयोगी साबित हो सकती है। प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह का कहना है कि महाकुंभ के पूर्व पर्यटन क्षेत्र से जुड़े सभी सेवा प्रदाताओं और जनशक्ति को कुशल बनाने के लिए टूर गाइड और नाविकों के साथ साथ अब शहर के स्ट्रीट वेंडर्स और टैक्सी ड्राइवर्स को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

स्ट्रीट वेंडर्स शहरी अर्थव्यवस्था का एक महत्त्वपूर्ण घटक हैं जो एक तरफ जहां स्थानीय लोगों तक रोजमर्रा की आवश्यक उपयोगी वस्तुओं को पहुंचाते हैं तो वहीं बाहर से आने वाले पर्यटकों के साथ भी उनका संपर्क होता है। पर्यटकों के साथ व्यवहार के प्रति संवेदनशील बनाने और पर्यटक स्थलों एवं मार्गों पर स्वच्छता की जानकारी देने के लिए इनका प्रशिक्षण भी आवश्यक है। पर्यटन विभाग की तरफ से इनका प्रशिक्षण शुरू किया गया है। प्रयागराज में 600 स्ट्रीट वेंडर्स और 600 टैक्सी ड्राइवर्स को इसका प्रशिक्षण दिया जाना है।  इसके अंतर्गत अभी तक 250 स्ट्रीट वेंडर्स और 120 टैक्सी ड्राइवर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। 

रोजगार की खुलेंगी संभावनाएं
योगी सरकार की नई पर्यटन नीति पर्यटन क्षेत्र के लिए जहां गेम चेंजर साबित हो रही है वहीं इससे रोजगार की असीमित संभावनाएं खुल गई हैं। प्रयागराज में महाकुंभ के पूर्व पर्यटन से जुड़े इन सेवा प्रदाताओं स्किल डेवलेपमेंट और मैनेजमेंट की ट्रेनिंग देने से बड़ी तादाद में युवाओं को रोजगार मिलेगा। उनकी आमदनी बढ़ेगी। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी के मुताबिक महाकुंभ के पहले इस ट्रेनिंग कम्पेन से 45 हजार से अधिक परिवारों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही इन धार्मिक पर्यटन स्थलों के आसपास भी रोजगार के नए स्रोत विकसित होंगे।

ये भी पढ़ें- महाकुंभ 2025 : प्रयागराज में तेजी से बदल रहा शहर का बुनियादी ढांचा, इस तारीख तक पूरा होगा काम

Also Read

रेलवे चलाएगा एक हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें, जानें कितने करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान 

5 Nov 2024 05:55 PM

प्रयागराज प्रयागराज महाकुंभ 2025 : रेलवे चलाएगा एक हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें, जानें कितने करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान 

संगम नगरी प्रयागराज में अगले साल 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का भव्य आयोजन होने जा रहा है। अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु पहुंचेंगे, जिससे प्रयागराज में एक अभूतपूर्व श्रद्धा देखने को मिलेगी। और पढ़ें