महाकुंभ में स्वच्छता की दिशा में बड़ा कदम : यूपी जल निगम और बार्क मिलकर बनाएंगे 3 अस्थाई एसटीपी

यूपी जल निगम और बार्क मिलकर बनाएंगे 3 अस्थाई एसटीपी
UPT | महाकुंभ के लिए यूपी जल निगम और बार्क मिलकर बनाएंगे 3 अस्थाई एसटीपी

Nov 14, 2024 17:57

महाकुंभ के आयोजन को लेकर यूपी जल निगम नगरीय और भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) की साझेदारी में तीन अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण किया जा रहा है...

Nov 14, 2024 17:57

Prayagraj News : महाकुंभ के आयोजन को लेकर यूपी जल निगम नगरीय और भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (BARC) की साझेदारी में तीन अस्थाई सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण किया जा रहा है। ये एसटीपी विशेष रूप से महाकुंभ क्षेत्र के गंदे पानी और वेस्ट वॉटर को ट्रीट करेगा। ताकि इलाके में जल-प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके और महाकुंभ के दौरान एक स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित हो सके। इस परियोजना पर लगभग 3.60 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसे 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

आधुनिक तकनीक से संभव होगा स्वच्छ महाकुंभ 
सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘स्वच्छ और स्वस्थ महाकुंभ’ के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। यूपी जल निगम और बार्क की संयुक्त पहल के तहत महाकुंभ के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित किए जाने वाले एसटीपी बार्क की एचजीएसबीआर (हाइब्रिड ग्रैन्युलर सीवेज बायोरिएक्टर) तकनीक पर आधारित होंगे। जो घरेलू और औद्योगिक वेस्ट वॉटर के उपचार के लिए बेहद प्रभावी मानी जाती है। यह तकनीक वेस्ट वॉटर को बायोलॉजिकल तरीके से साफ करती है और इसके बीओडी (बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड) और सीओडी (केमिकल ऑक्सीजन डिमांड) स्तर को 30 से कम कर देती है। इससे  पानी सिंचाई, घुलाई और अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग योग्य हो जाता है।



500 केएलडी क्षमता से पानी को ट्रीट करेगा
यूपी जल निगम के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आशुतोष यादव ने बताया कि इन अस्थाई एसटीपी प्लांट्स की कुल क्षमता 500 केएलडी (किलो लीटर प्रति दिन) होगी। यह सभी एसटीपी महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर 9, 13 और 15 में लगाए जाएंगे। इन एसटीपी के माध्यम से महाकुंभ के लाखों श्रद्धालुओं द्वारा उत्पन्न होने वाले गंदे पानी का उचित उपचार किया जाएगा। जिससे क्षेत्र में जल-प्रदूषण की समस्या को नियंत्रित किया जा सकेगा। इस तकनीक से न केवल गंदे पानी को साफ किया जाएगा, बल्कि यह महाकुंभ के बाद प्रयागराज के स्थायी नालों से भी जुड़ जाएगा।

महाकुंभ के दौरान और बाद में पर्यावरणीय लाभ
महाकुंभ के विशाल आयोजनों के दौरान लाखों लोग मेला क्षेत्र में आते हैं और बड़े पैमाने पर जल का उपयोग करते हैं। इन अस्थाई एसटीपी प्लांट्स के माध्यम से न केवल शौचालयों के पानी का ट्रीटमेंट होगा, बल्कि नालों से बहने वाले गंदे पानी को भी साफ किया जाएगा। जिससे जल स्रोतों पर कम दबाव पड़ेगा। मेला समाप्त होने के बाद  इन एसटीपी प्लांट्स को प्रयागराज के स्थायी सीवेज नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिससे शहर में जल प्रदूषण पर नियंत्रण और जल प्रबंधन में मदद मिलेगी।

स्मार्ट और स्वच्छ महाकुंभ के लिए बड़ी पहल
जल निगम के अधिकारियों के अनुसार इस परियोजना से महाकुंभ क्षेत्र में जल प्रबंधन को एक नया आयाम मिलेगा। महाकुंभ मेला क्षेत्र में इन अस्थाई एसटीपी प्लांट्स के संचालन से न केवल पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी, बल्कि यह क्षेत्र के समग्र स्वच्छता अभियान को भी मजबूती प्रदान करेगा। इस पहल के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ की स्वच्छ महाकुंभ की परिकल्पना को एक नया आयाम मिलेगा और यह विश्वभर में महाकुंभ के स्वच्छ और स्वस्थ आयोजन के तौर पर एक मिसाल बनेगा।

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