विदेशी मीडिया की महाकुंभ कवरेज : धार्मिक आयोजन के तारीफों के बांधे पुल, चौंकाने वाले आंकड़े किए साझा

धार्मिक आयोजन के तारीफों के बांधे पुल, चौंकाने वाले आंकड़े किए साझा
UPT | विदेशी मीडिया की महाकुंभ कवरेज

Jan 13, 2025 17:07

महाकुंभ के इस आयोजन को लेकर विदेशी मीडिया में कई खबरें चल रही हैं। इस बार महाकुंभ को लेकर खासतौर पर विदेशी न्यूज चैनल्स और मीडिया समूहों ने इसे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक करार दिया है...

Jan 13, 2025 17:07

Prayagraj News : महाकुंभ के इस आयोजन को लेकर विदेशी मीडिया में कई खबरें चल रही हैं। इस बार महाकुंभ को लेकर खासतौर पर विदेशी न्यूज चैनल्स और मीडिया समूहों ने इसे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक करार दिया है। 13 जनवरी से शुरू हुआ महाकुंभ 26 फरवरी तक जारी रहेगा। जिसमें अनुमानित रूप से 40 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु शामिल होंगे। इनमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस से लेकर जर्मनी और अन्य देशों के पत्रकार भी पहुंचे हैं।

सीएनएन ने महाकुंभ को धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन करार दिया
सीएनएन ने महाकुंभ को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक बताया और इसे सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण आयोजन बताया। उनका कहना था कि इस आयोजन में न केवल भारतीय श्रद्धालु आते हैं बल्कि विदेशी पर्यटकों की भी बड़ी संख्या रहती है।

बीबीसी: महाकुंभ मानवता का सबसे बड़ा जुटाव
ब्रिटिश मीडिया समूह बीबीसी ने इस आयोजन को 'मानवता का सबसे बड़ा जुटाव' बताया। बीबीसी ने कहा कि इस आयोजन को अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है और इसका महत्व सिर्फ धार्मिक नहीं बल्कि वैश्विक है। उन्होंने अर्जेंटीना से आए श्रद्धालुओं से भी बात की जो इस अनुभव को नजदीक से देखने के लिए महाकुंभ आए थे।



एसोसिएटेड प्रेस ने अनुमानित संख्या को चौंकाने वाला बताया
एपी ने इस आयोजन को लेकर अपनी रिपोर्ट में बताया कि महाकुंभ में स्नान करने के लिए आने वाले लोगों की संख्या अमेरिका की जनसंख्या से भी ज्यादा हो सकती है। महाकुंभ का यह आयोजन सऊदी अरब के हज यात्रा से 200 गुना बड़ा है। इसके साथ ही एपी ने महाकुंभ के राजनीतिक महत्व और इससे जुड़ी तैयारियों की भी समीक्षा की।

स्काई न्यूज बोला सुरक्षा और तकनीकी तैयारियों पर खास ध्यान
स्काई न्यूज ने महाकुंभ में प्रशासन द्वारा किए गए सुरक्षा इंतजामों और तकनीकी प्रयासों की चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस साल फेस रिकग्नीशन तकनीक और बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।

द गार्डियन: तादाद और भव्यता में इस बार सबसे बड़ा आयोजन
ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने कहा कि इस साल महाकुंभ का आयोजन पिछले सभी आयोजनों से कहीं ज्यादा भव्य और विशाल होने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे भाजपा की छवि और हिंदू सांस्कृतिक प्रतीकों का प्रचार हो रहा है।

रेडियो फ्रांस इंटरनेशनल: महाकुंभ एक अंतरराष्ट्रीय आयोजन
रेडियो फ्रांस इंटरनेशनल ने महाकुंभ को केवल भारतीयों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी आकर्षक बताया। खासतौर पर उन विदेशियों के लिए जो हिंदू धर्म अपनाए हुए हैं। उन्होंने आयोजन में बनने वाले टेंट और अन्य व्यवस्थाओं की भी जानकारी दी।

एजेंसी फ्रांस प्रेस: धार्मिक और लॉजिस्टिक चुनौतियों का संगम
एएफपी ने महाकुंभ को विशाल हिंदू आयोजन के साथ-साथ आपूर्ति और लॉजिस्टिक्स की चुनौतियों का प्रतीक भी बताया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में लाखों लोगों को बिना किसी असुविधा के सेवा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती है खासकर जब रात में तापमान 15 डिग्री तक गिर जाता है।

रॉयटर्स : भारत में धर्म, अध्यात्म और पर्यटन का अद्भुत संगम
रॉयटर्स ने इस आयोजन को भारत में धर्म, अध्यात्म और पर्यटन का अद्भुत संगम करार दिया। उन्होंने बताया कि यह आयोजन दुनिया में कहीं और नहीं देखा जाता, लेकिन साथ ही भीड़ प्रबंधन के लिहाज से भारत जैसे देश के लिए एक बड़ी चुनौती है। महाकुंभ 2025 का यह आयोजन ना केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक वैश्विक स्तर पर संस्कृति, पर्यटन और राजनीति के भी अहम पहलुओं को उजागर करता है।

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