केरल के तिरुवनंतपुरम से आए नारायण स्वामी, जिन्हें स्वर्णिम बाबा के नाम से जाना जाता है, अपने शरीर पर छह किलो से अधिक सोने के आभूषण धारण करते हैं। गले से लेकर कमर तक सोने से सजे इन बाबा को 24 जनवरी को निरंजनी अखाड़े में महामंडलेश्वर का पद प्राप्त होगा...
महाकुंभ में सोने से लदे संत : हर उंगली में हीरे-पन्ने और माणिक की अंगूठी, स्वर्णिम बाबा बटोर रहे सुर्खियां
Jan 12, 2025 16:55
Jan 12, 2025 16:55
महंगी गाड़ियों और राजसी जीवनशैली
स्वर्णिम बाबा की दिनचर्या काफी व्यवस्थित है। वे प्रतिदिन पांच घंटे साधना करते हैं और विश्व की शांति के लिए संगम तट पर अखंड जप कर रहे हैं। त्रिवेणी संगम में तीन पहर स्नान और ध्यान उनकी दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा है। महंगी गाड़ियों और राजसी जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं।
सनातन का होगा प्रचार
निरंजनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी और पंच परमेश्वर की सहमति से उन्हें महामंडलेश्वर बनाया जा रहा है। सनातन संस्कृति के प्रति उनकी जिम्मेदारी और बढ़ जाएगी। वे विशेष रूप से दक्षिण भारत के राज्यों में सनातन धर्म का प्रचार करेंगे।
ये भी बना आकर्षण का केंद्र
महाकुंभ में एक अन्य आकर्षण का केंद्र भारतीय वायु सेना के तेजस विमान का विशाल मॉडल बनने जा रहा है। सेक्टर पांच में यज्ञशाला के गेट पर 85 फीट ऊंचा और 50 फीट चौड़ा यह मॉडल बनाया जा रहा है। मोर पंखी मोर ध्वज बड़ा भक्तवान शिविर की ओर से बनवाया जा रहा यह मॉडल लगभग 12 लाख रुपये की लागत से तैयार हो रहा है, जिसमें तीन हजार बांस का उपयोग किया जा रहा है।
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