किसान नेता चौधरी चरण सिंह का जिले से गहरा नाता रहा है। राजकीय इंटर कालेज समेत लालूखेड़ी के किसान इंटर कालेज और बघरा के कल्याणकारी इंटर कालेज के मैदान में उनकी रैलियां हुईं। उनको सुनने के लिए हजारों की भीड़ उमड़ती थी।
जब बीकेडी ने मचाई थी धूम : चौधरी चरण सिंह ने जीत लिया था किसानों का दिल... चंदे से भर गई थी झोली
Feb 09, 2024 15:22
Feb 09, 2024 15:22
- चौधरी चरण सिंह का मुजफ्फरनगर ने गहरा नाता
- किसानों ने जीता दी थी मुजफ्फरनगर की आठों सीटें
- किसानों ने एकत्रित कर दिया था छह लाख का चंदा
ऐसे सूबे के सीएम बने चौधरी साहब
मुजफ्फरनगर की आठों सीटें जीताकर किसान और मजदूरों ने चौधरी साहब को सूबे में नई ताकत दी। चौधरी चरण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री बने और राजनीति में गांव और गरीबों की नई ताकत बढ़ी। वर्ष-1972 की बात है। बघरा में बड़े चौधरी की रैली हुई, किसानों ने छह लाख का चंदा एकत्रित कर दिया। पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान बताते हैं कि चौ. चरण सिंह ने जीवनभर किसानों के लिए संघर्ष किया। धोती-कुर्ता पहनना और खेतों में घूमना पसंद था। वर्ष-1979 में चौधरी साहब देश के प्रधानमंत्री थे। लोकसभा चुनाव को लेकर वह राजकीय इंटर कालेज में रैली को संबोधित करने आए थे। उस समय मंच पर चौधरी चरण सिंह के नारे लग रहे थे।
'वकील साहब, मुझे भी बोलने का अवसर दीजिये'
धर्मवीर सिंह बालियान ने बताया कि वह भी मंच पर नारे लगा रहे थे। तब चौधरी चरण सिंह ने कंधे पर हाथ रखकर कहा था, वकील साहब मुझे भी बोलने का अवसर दीजिए। इस पर मंच पर सभी लोग हंस पड़े थे। उन्होंने मंच से गय्यूर अली को मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया था। उन्होंने कहा था कि ईमानदार व्यक्ति को टिकट दिया है। इन्हें जीताकर आप लोगों को लोकसभा भेजना है। बाद में वह चुनाव जीते थे। वह बताते हैं कि साल-1971 में चौधरी चरण सिंह मुजफ्फरनगर से चुनाव लड़े थे, उस समय किसानों ने दिल खोलकर चंदा दिया था। उन्होंने शहर समेत गांव में गली-गली में घूमकर प्रचार किया था। वह चुनाव हार गए थे, लेकिन किसानों का दिल जीत लिया था।
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