Akshat padayatra story
अक्षत ने बताया कि वह हर दिन सुबह 8 बजे अपनी यात्रा शुरू करते हैं। सर्दियों में शाम 4 बजे तक और गर्मियों में शाम 6 बजे तक पैदल चलते हैं। महाकुंभ में मकर संक्रांति के अमृत स्नान तक पहुंचने के लिए उन्होंने रोज 18 किलोमीटर अतिरिक्त चलकर अपनी यात्रा पूरी की।और पढ़ें