Urs e razvi
उर्स-ए-रजवी के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को दरगाह आला हजरत और दरगाह ताजुशारिया पर दुनिया भर से आए अकीदतमंदों ने चादरपोशी कर मुल्क (देश) के अमन और तरक्की को दुआएं की। इसके साथ ही काजी-ए-हिन्दुस्तान मुफ्ती असजद रजा खां से हजारों की संख्या में जायरीन मुरीद हुए।और पढ़ें
बरेली में आयोजित 106वें उर्स-ए-रज़वी के अवसर पर एक महत्वपूर्ण सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें दुनिया भर से आए इस्लामी विद्वानों ने भाग लिया। यह सम्मेलन शुक्रवार दोपहर को इस्लामिया मैदान में आयोजित किया गया, जिसमें कई गंभीर विषयों पर चर्चा की गई। और पढ़ें