वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) ने कैंट-लंका मार्ग के बॉटल नेक यानी संकरी जगह को चौड़ा करने की योजना तैयार की है। इस योजना के अंतर्गत रथयात्रा से कमच्छा और भेलूपुर पावर हाउस तक की सड़क को 12 मीटर से बढ़ाकर 18 मीटर किया जाएगा।
VDA Master Plan : वाराणसी में कैंट-लंका मार्ग होगा चौड़ा, रथयात्रा से भेलूपुर तक 18 मीटर चौड़ी सड़क का प्लान तैयार
Sep 27, 2024 16:41
Sep 27, 2024 16:41
बीएचयू और अन्य संस्थानों से हुई चर्चा
बैठक में बीएचयू के शिक्षा संकाय और अन्य संबंधित विभागों के साथ इस सड़क चौड़ीकरण परियोजना पर विस्तार से चर्चा की गई। बीएचयू के शिक्षा संकाय, सीएचएच बॉयज स्कूल और भेलूपुर पावर हाउस इस मार्ग पर स्थित हैं, और इन संस्थानों के साथ चहारदीवारी को पीछे हटाने पर सहमति बनी है। इसके तहत संपत्तियों के आकलन और ड्राइंग डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं, जिसके बाद इस सड़क को चौड़ा करने का कार्य आरंभ होगा।
बॉटल नेक की वजह से हो रही यातायात समस्याएं
कैंट-लंका मार्ग पर रथयात्रा से भेलूपुर पावर हाउस तक का हिस्सा बेहद संकरा है, जिसके चलते यहां रोजाना जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। इस वजह से वाहन चालकों को अक्सर गुरुबाग तिराहा, कमच्छा और भेलूपुर पावर हाउस होकर लंबा चक्कर लगाकर लंका पहुंचना पड़ता है। लेकिन, इस सड़क के चौड़ीकरण से अब यह समस्या दूर हो जाएगी और वाहन सीधे लंका की ओर जा सकेंगे। इससे कैंट से लंका की यात्रा करने वाले लोगों के लिए रास्ता काफी सुगम हो जाएगा।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द शुरू
वीडीए की इस योजना के तहत जल्द ही सड़क किनारे के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी शुरू की जाएगी। इस मार्ग पर अतिक्रमण की वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो गई है, जिसके चलते यातायात में परेशानी होती है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि अतिक्रमण हटाने के बाद इस सड़क को तेजी से चौड़ा किया जाएगा।
यातायात की सुगमता होगी
इस सड़क के चौड़े होने से कैंट से लंका जाने वाले वाहनों को अब रथयात्रा से गुरुबाग तिराहा होकर घूमने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे सीधे इस मार्ग से निकल सकेंगे। हालांकि, जो लोग विश्वनाथ मंदिर जाना चाहेंगे, उन्हें अब भी गुरुबाग की ओर जाना होगा। इस चौड़ीकरण से वाराणसी में यातायात व्यवस्था को काफी सुधार मिलने की उम्मीद है।
बैठक में अधिकारियों की मौजूदगी
बैठक में वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग के साथ सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा, नगर नियोजक प्रभात कुमार, अधीक्षण अभियंता अजय पवार, शिवाजी मिश्रा, जयदीप भगत और विजय पटेल सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर इस परियोजना को जल्द से जल्द लागू करने पर जोर दिया, ताकि वाराणसी के इस प्रमुख मार्ग पर यातायात की समस्याओं को दूर किया जा सके।
Also Read
23 Dec 2024 12:26 PM
चिटफंड कंपनी ने वाराणसी और आसपास के जिलों में निवेशकों को यह कहकर फंसाया कि चार साल में उनकी जमा राशि दोगुनी हो जाएगी। इसके लिए कंपनी ने 700 से अधिक एजेंट नियुक्त किए थे, जिन्होंने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये निवेश कराए। और पढ़ें