वाराणसी से अयोध्या के बीच चलेगी स्पेशल नाव : घाटों पर इलेक्ट्रिक बोट चलाने की तैयारी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

घाटों पर इलेक्ट्रिक बोट चलाने की तैयारी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
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Sep 02, 2024 15:40

वाराणसी में इलेक्ट्रिक बोट्स का संचालन अक्टूबर माह तक शुरू हो जाएगा। यह बोट्स राजघाट से मार्कण्डेय महादेव स्थित गंगा घाट तक चलेंगी। यह नया प्रयास गंगा नदी पर स्वच्छ और हरित परिवहन विकल्प प्रदान करने के साथ-साथ पर्यटकों को एक अनूठा...

Sep 02, 2024 15:40

Varanasi News : धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम चल रहा है और इसी दिशा में एक नई पहल की जा रही है। उत्तर प्रदेश के धार्मिक और ऐतिहासिक शहर वाराणसी और अयोध्या को एक नई सौगात मिलने जा रही है। इन शहरों में अब आधुनिक इलेक्ट्रिक बोट्स का संचालन शुरू किया जाएगा। जो न केवल पर्यटन को बढ़ावा देंगे बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखेंगे।


गंगा की स्वच्छता और प्रदूषण नियंत्रण में मिलेगी मदद
वाराणसी में इलेक्ट्रिक बोट्स का संचालन अक्टूबर माह तक शुरू हो जाएगा। यह बोट्स राजघाट से मार्कण्डेय महादेव स्थित गंगा घाट तक चलेंगी। यह नया प्रयास गंगा नदी पर स्वच्छ और हरित परिवहन विकल्प प्रदान करने के साथ-साथ पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव भी प्रदान करेगा। इलेक्ट्रिक बोट्स के संचालन से गंगा की स्वच्छता और प्रदूषण नियंत्रण में भी मदद मिलेगी। जो पर्यावरण संरक्षण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अयोध्या में भी इसी प्रकार की योजनाओं पर काम चल रहा है। जहां धार्मिक महत्व की वजह से पर्यटन की भारी संभावना है। इन बोट्स के माध्यम से न केवल स्थानीय निवासियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि बाहरी पर्यटकों को भी अयोध्या की धार्मिक धरोहरों को देखने का एक नया और आनंददायक तरीका मिलेगा।

50 सीट वाली वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बोट्स
प्राप्त जानकारी के अनुसार वाराणसी के रविदास घाट से लेकर मारकंडेय महादेव स्थित गंगा घाट तक इलेक्ट्रिक बोट्स की सेवाएँ प्रदान की जाएंगी। अक्टूबर माह में इस नई सेवा की शुरुआत की जाएगी। प्रारंभिक चरण में 3 से 4 इलेक्ट्रिक बोट्स उपलब्ध होंगी। जिनमें प्रत्येक बोट में 50 सीटें होंगी। इन बोट्स में यात्रियों को वातानुकूलित माहौल में आरामदायक सीट्स के साथ यात्रा करने का अनुभव मिलेगा।

पर्यावरण और पर्यटन पर पड़ेगा इसका प्रभाव
इन इलेक्ट्रिक बोट्स का उपयोग करने से पर्यावरण को भी लाभ होगा। क्योंकि ये बोट्स बिजली से चलती हैं। जिससे गंगा नदी में प्रदूषण की समस्या को कम किया जा सकेगा। वाराणसी में इस नई सेवा के शुरू होने से न केवल पर्यटकों को एक आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा, बल्कि यह काशी में पर्यटन को भी बढ़ावा देगा।

भविष्य में अयोध्या में भी विस्तार
उत्तर प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत भविष्य में इस सेवा को अयोध्या में भी शुरू करने की योजना है। इससे अन्य धार्मिक स्थलों पर भी इसी तरह के पर्यावरण मित्रवत परिवहन विकल्प उपलब्ध कराए जा सकेंगे। फिलहाल इलेक्ट्रिक बोट्स के किराए के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। लेकिन पर्यटन विभाग यात्रियों की सभी सुविधाओं का ध्यान रखते हुए उचित किराया निर्धारण के लिए काम कर रहा है। इस नई पहल से काशी के पर्यटन क्षेत्र को न केवल एक नई दिशा मिलेगी बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी बल मिलेगा।

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