देव दीपावली पर जगमगाई काशी : 25 लाख दीयों की रोशनी से जगमग हुए घाट, उमड़ा आस्था का सैलाब

25 लाख दीयों की रोशनी से जगमग हुए घाट, उमड़ा आस्था का सैलाब
UPT | देव दीपावली पर जगमगाई काशी

Nov 15, 2024 20:09

काशी की पवित्र धरती पर देव दीपावली का महापर्व धूमधाम से मनाया गया। जहां 84 घाटों और 700 मंदिरों में 25 लाख दीयों की रोशनी ने पूरे शहर को एक अलग ही रंग में रंग दिया...

Nov 15, 2024 20:09

Varanasi News : काशी की पवित्र धरती पर देव दीपावली का महापर्व धूमधाम से मनाया गया। जहां 84 घाटों और 700 मंदिरों में 25 लाख दीयों की रोशनी ने पूरे शहर को एक अलग ही रंग में रंग दिया। इस वर्ष का उत्सव विशेष रूप से भव्य और आकर्षक रहा, जिसमें देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। दीपों से काशी के घाट जगमग होते रहें  थे। देव दीपावली देवों के स्वागत में सजे इन घाटों के देख देव भी सुख की अनुभूति कर रहे होंगे। 

उप राष्ट्रपति ने किया दीप प्रज्वलन
इस भव्य समारोह का उद्घाटन उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। उन्होंने नमो घाट पर पहला दीया जलाया। उन्होंने इस अवसर पर नमो घाट के लोकार्पण की भी घोषणा की। योगी आदित्यनाथ के साथ बातचीत करते हुए धनखड़ ने पूछा, “क्या नमो घाट दुनिया का सबसे बड़ा घाट है? जिस पर सीएम योगी ने गर्व से कहा कि दुनिया में और कहीं घाट हैं ही नहीं। 



महाआरती और आतिशबाजी का अद्भुत नज़ारा
मां गंगा की महाआरती का आयोजन दशाश्वमेध और अस्सी घाट पर किया गया। जहां टूरिस्टों की भारी भीड़ उमड़ी रही। देव दीपावली का यह दृश्य देखने के लिए इंडोनेशिया, वियतनाम और फ्रांस समेत 40 देशों के मेहमान काशी पहुंचे हैं। काशी की गंगा की लहरों के बीच होने वाली इस महाआरती ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही आसमान में आतिशबाजी का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला, जिसने समारोह की भव्यता को और बढ़ा दिया।

दक्षिण भारतीय महिलाओं की रंगोली और सजावट
इस मौके पर दक्षिण भारतीय महिलाओं ने घाटों पर रंगोली सजाई और दीप जलाकर इस उत्सव को और भी मनमोहक बना दिया। प्रशासन ने इस बार 25 लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य रखा था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 5 लाख अधिक है। संत रविदास घाट से लेकर आदिकेशव घाट तक कुल 25 लाख दीपक जलाए गए।

एक और चिताएं दूसरी और उत्सव
हरिश्चंद्र घाट पर एक ओर चिताएं जल रही थीं, जबकि दूसरी ओर देव दीपावली का उल्लास था। यह दृश्य काशी की अद्वितीयता को दर्शाता है। इस अवसर पर सेना के अधिकारियों ने भी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने पुष्प चक्र चढ़ाकर शहीदों को सम्मानित किया। इस बार का देव दीपावली महोत्सव काशी के लिए विशेष रहा। जिसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों ने भी मिलकर इस अद्भुत पर्व को मनाया। काशी की गंगा किनारे जलती हुई 25 लाख दीयों की रोशनी ने पूरे शहर को एक नई पहचान दी है और यह उत्सव हमेशा के लिए श्रद्धालुओं के दिलों में बसा रहेगा।

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