वाराणसी के राजघाट पर सिग्नेचर ब्रिज का निर्माण जल्द ही शुरू होगा। इससे पहले दो कमेटियां बनाई जाएंगी। एक ट्रैफिक प्लानिंग के लिए और दूसरी यूटिलिटी शिफ्टिंग के लिए बनेगी।
Varanasi News : वाराणसी के राजघाट में सिग्नेचर ब्रिज बनाने की प्लानिंग, लागू होगा रूट डायवर्जन
Jun 23, 2024 15:04
Jun 23, 2024 15:04
रूट डायवर्जन लागू होगा
सिग्नेचर ब्रिज के निर्माण के लिए कमिश्नर ने यातायात विभाग को रिपोर्ट तैयार करने को कहा है, ताकि निर्माण कार्य के दौरान आमजन को कोई दिक्कत न हो। पुल बनने के दौरान रूट डायवर्जन लागू होगा। वाराणसी से मुगलसराय जाने वाली गाड़ियों को बीएचयू और सामने घाट पुल से होकर जाना होगा। इससे इन जगहों पर भीड़ बढ़ सकती है। पुल निर्माण में लंबा समय लगेगा और इतने दिनों तक डायवर्जन सफल रहे, इस पर अफसरों को गहनता से विचार कर रिपोर्ट तैयार करनी होगी। अगले सप्ताह सभी विभागों के अफसर स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके बाद आगे का काम शुरु होगा।
बैठक में कैंट स्टेशन के पार्किंग की भी रूपरेखा तय की गई। कमिश्नर ने बताया कि कैंट स्टेशन के सामने रोडवेज बस अड्डा है। निर्माण के दौरान वह भी प्रभावित न हो और काम भी चलता रहे। इसके लिए अफसर निरीक्षण करेंगे ताकि व्यवहारिक समस्याएं समझ आएं। यहां पार्किंग संचालन पर योजना बनाई जाएगी। बैठक में अंधरापुल चौड़ीकरण पर भी चर्चा की गई।
रोडवेज के सामने रेलवे कॉलोनी का होगा निरीक्षण
बैठक में कैंट स्टेशन की पार्किंग की रूपरेखा भी तय की गई। कमिश्नर ने कहा कि कैंट स्टेशन के सामने रोडवेज बस स्टैंड है। निर्माण के दौरान इस पर असर नहीं पड़ना चाहिए। इसकी व्यवहारिक दिक्कतों को समझने के लिए अधिकारी निरीक्षण करेंगे। यहां पार्किंग की योजना बनाई जाएगी। इसके साथ ही बैठक में पुल की चौड़ाई को लेकर भी चर्चा होगी। रोडवेज के ठीक सामने बंद पड़ी रेलवे कॉलोनी का भी अधिकारी निरीक्षण करेंगे। इस कॉलोनी का भी पुनर्विकास होना है। यहां की जमीन का कुछ हिस्सा रेलवे स्टेशन के विस्तार में जा सकता है और बाकी हिस्से का व्यावसायिक इस्तेमाल होगा। यहां रेलवे का होटल बनाने की योजना है। निरीक्षण के दौरान इन तमाम संभावनाओं को भी देखा जाएगा।
करीब 100 करोड़ रुपये के खर्च अनुमान
इस पुल की ऊंचाई को लेकर बाधाएं आ रही थी जो अब दूर हो गई हैं। इस परियोजना के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई ) ने एनओसी जारी कर दी थी। राजघाट को पड़ाव से जोड़ने वाले मालवीय ब्रिज के समानांतर बनने वाला यह पुल गंगा के 30 मीटर डाउनस्ट्रीम से शुरू होकर पड़ाव तक जाएगा। स्थानीय स्तर पर प्रशासन की ओर से तैयार डीपीआर में इस पुल को बांध पुल और बनारस से आने वाली सड़क को चौड़ा करके रिंग सर्किल से जोड़ा जाना है। इस पर करीब 100 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। सिग्नेचर ब्रिज से काशी की बिहार और पीडीयू नगर समेत अन्य शहरों से कनेक्टिविटी मजबूत होगी।
तीन फेज में होगा काम
सिग्नेचर ब्रिज का काम तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में व्यासनगर-काशी स्टेशन के यार्ड का नवीनीकरण किया जाएगा। दूसरे चरण में पीडीडीयू नगर-व्यासनगर आरओबी (डीएफसीसीआईएल) का निर्माण किया जाएगा। तीसरे चरण में वाराणसी-काशी-व्यासनगर रेलखंड पर तीसरी और चौथी लाइन बिछाई जाएगी।
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