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Agra News : जिला अस्पताल के डॉक्टर की शिकायत के लिए देना होगा एफिडेविट, जानें पूरी डिटेल...
Jun 11, 2024 16:34
Jun 11, 2024 16:34
ये है पूरा मामला
मामला जिला अस्पताल के एक रसूखदार चिकित्सक से जुड़ा हुआ है। यह चिकित्सक प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र अरोड़ा के बहुत ही खासम खास हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं सुर्खियों रहने वाले जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. अमित मूलचंदानी की। आवास विकास के रहने वाले अर्जुन सिंह ने जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र अरोड़ा से मई माह में शिकायती पत्र देकर डॉ. अमित मूलचंदानी पर गंभीर आरोप लगाए थे। उनका आरोप था कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा रोगियों के हित में भेजे जाने वाले बजट का खुलकर दुरुपयोग किया गया है। सरकारी बजट के दुरुपयोग कर अनीता शर्मा के कार्यकाल में जिला अस्पताल के लिए खरीदी गईं कुर्सियों एवं अन्य सामान को खरीदे गए थे। उन्होंने 1200 की कुर्सी को 4900 में खरीदा था। यह गड़बड़ी तत्कालीन प्रमुख अधीक्षक डॉ. अनीता शर्मा ने पकड़ ली थी। उन्होंने डॉक्टर अमित मूलचंदानी को स्टोर प्रभार से हटा दिया था। यही नहीं, इस घटना के सामने आने के बाद अमित मूलचंदानी लंबी छुट्टी पर चले गए थे। प्रमुख अधीक्षक डॉ. अनीता शर्मा का जब तक ट्रांसफर नहीं हुआ, अमित मूलचंदानी छुट्टी पर ही रहे। जैसे ही अनीता शर्मा का ट्रांसफर हुआ, डॉ.अमित मूलचंदानी वापस आ गए।
मूल काम नहीं कर रहे डॉ. अमित मूलचंदानी
शिकायतकर्ता अर्जुन सिंह का आरोप है डॉ. अमित मूलचंदानी ईएमओ के पद पर आगरा के जिला अस्पताल में ट्रांसफर होकर आए हैं। डॉ. अमित मूलचंदानी अपना मूल कार्य छोड़कर जिला अस्पताल के सारे काम कर रहे हैं। जबकि उनका मूल कार्य ईएमओ से संबंधित है। डॉ. अमित मूलचंदानी कभी भी चिकित्सा से जुड़े कार्य नहीं करते हैं। अर्जुन सिंह ने प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र अरोड़ा से मांग की थी कि डॉ. अमित मूलचंदानी के खिलाफ एक निष्पक्ष जांच कमेटी गठित करें।
ऐसे शिकायतें आती रहती हैं
प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र अरोड़ा का कहना था कि ऐसी उलू जुलूल शिकायतें आती हैं, क्या हम लोग ऐसी शिकायतों के लिए ही बैठे हैं। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में कोई साक्ष्य भी नहीं दिया है। डॉ. राजेंद्र अरोड़ा का साफ कहना था कि हर मामले में हम जांच नहीं बिठा सकते। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर शिकायतकर्ता शपथ पत्र के साथ शिकायत देता है तो उसे पर मैं निश्चित तौर पर संज्ञान लूंगा।
एफिडेविट के साथ शिकायत देने को तैयार
उत्तर प्रदेश टाइम्स ने अर्जुन सिंह से बात की और पूछा कि क्या आप अपनी शिकायत शपथ पत्र के साथ देंगे, तो उनका कहना था कि अगर मुझसे जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा शपथ पत्र मांगा जाएगा तो निश्चित तौर पर एफिडेविट दूंगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार हमारे सिस्टम को खोखला कर रहा है। प्रमुख अधीक्षक मेरे एफिडेविट से जांच कमेटी गठित करेंगे तो मैं उन्हें सहर्ष शपथ पत्र देने को तैयार हूं। बहरहाल, आगरा का जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों और चर्चा में आ गया है। अब देखना होगा कि शिकायतकर्ता द्वारा शपथ पत्र प्रस्तुत किए जाने के बाद प्रमुख अधीक्षक डॉ. राजेंद्र अरोड़ा अपने मातहत के खिलाफ निष्पक्ष जांच कमेटी गठित करेंगे यह यक्ष प्रश्न है।
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