भारतीय रेलवे लगातार ट्रेनों की रफ़्तार बढ़ाने को लेकर काम कर रहा है। गतिमान एक्सप्रेस देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसे पहले आगरा और नई दिल्ली के बीच दौड़ाया गया बाद में इसका विस्तार झांसी तक किया गया..
May 25, 2024 09:18
https://uttarpradeshtimes.com/agra/agra/in-agra-railway-division-the-loco-pilot-and-assistant-of-gatimaan-and-malwa-express-made-a-big-mistake-a-big-accident-could-have-happened-railway-suspended-them-19960.html
Agra News : भारतीय रेलवे लगातार ट्रेनों की रफ़्तार बढ़ाने को लेकर काम कर रहा है। गतिमान एक्सप्रेस देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसे पहले आगरा और नई दिल्ली के बीच दौड़ाया गया बाद में इसका विस्तार झांसी तक किया गया। यह ट्रेन सेमी हाई स्पीड है यह तो ठीक है लेकिन जहाँ पर रेलवे का इंजिनियरिंग विभाग कार्य कर रहा होता है वहाँ पर ट्रेनों की स्पीड को कम करने की पहले से ही लोको पायलट को जानकारी मिल जाती है। अगर कोई लोको पायलट इसका पालन नहीं करता तो यह हजारों यात्रियों की ज़िंदगी से तो खिलवाड़ है ही साथ ही एक बढ़ा अपराध भी है। ऐसा ही अपराध आगरा रेल डिवीज़न में गतिमान एक्सप्रेस और मालवा एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट द्वारा किया है। इन दोनों ट्रेनों के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन और मालवा एक्सप्रेस, इन दोनों ट्रेनों के चालकों ने आगरा के पास अपनी-अपनी ट्रेनों को 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार वाले क्षेत्र में 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ाया था। इसी को लेकर रेलवे ने यह बड़ी कार्रवाई की है। आगरा मंडल की जन संपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव ने उत्तर प्रदेश टाइम्स को बताया कि जाजऊ और मनिया स्टेशन के पास रेलवे पुल का निर्माण हो रहा है। इन जगहों पर एहतियात के तौर पर गति सीमा 20 किमी प्रतिघंटा तक सीमित की गई है। बावजूद इसके दोनों ट्रेनों को इनके लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने 120 की गति से दौड़ाया। यह घोर लापरवाही का मामला है। ट्रेन को इस स्पीड को दौड़ाने से हजारों यात्रियों की जान का संकट हो सकता था।
पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने यूपीटी को बताया कि चालक और सहायक के पास पूरे रास्ते का एक व्यापक चार्ट होता है। इसमें गतिसीमा का विस्तृत ब्यौरा भी होता है। मानक संचालन प्रक्रिया के तहत इस चार्ट का पालन करना अति आवश्यक है। प्रशस्ति ने बताया कि सामान्य स्थिति में इन दोनों जगहों पर गति सीमा 120 है। लेकिन, इस तरह की चूक को किसी भी क़ीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसी वजह से दोनों ट्रेनों के लोको पायलट और सहायकों को निलंबित किया गया। इसके साथ ही उन्हें चार्जशीट भी थमा दी गई है। उन्होंने बताया कि यह एक बहुत बड़ी लापरवाही है, दोनों ट्रेनों के लोको पायलट एवं सहायकों को टर्मिनेट किया जाता है या डिवोशन यह जाँच कमेटी पर निर्भर है।