बरसाना में श्री कृष्ण की प्रिया राधा रानी की जन्मभूमि जल्द ही एक नए आकर्षण से सज जाएगी। यहां निर्माणाधीन रोपवे परियोजना, जो भक्तों को राधा रानी मंदिर तक आसानी से पहुंचाएगी।
बरसाना में राधा रानी रोपवे : भक्तों के लिए सुगम होगा दर्शन मार्ग, अगस्त में होगा शुभारंभ
Jul 05, 2024 16:30
Jul 05, 2024 16:30
- मथुरा के बरसाना में बनाएगा राधा रानी रोपवे
- 13 करोड़ रुपये की है परियोजना
- मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश
रोपवे परियोजना की वर्तमान स्थिति
रोपवे परियोजना का ट्रायल चल रहा है। मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने रोपवे निर्माण कंपनी को शीघ्र कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। यह 13 करोड़ रुपये की परियोजना है, जो न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। यह परियोजना करीब एक दशक से कछुआ गति से चल रही है।
रोपवे की विशेषताएं
- रोपवे की कुल लंबाई 210 मीटर होगी।
- श्री राधा रानी रोपवे प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित।
- दो मुख्य टावर स्थापित किए गए हैं।
- इंडोनेशिया से आयातित 12 ट्रालियां लगाई गई हैं।
- छह ट्रालियां दोनों स्टेशनों के बीच चलेंगी।
- प्रत्येक स्टेशन पर तीन-तीन ट्रालियां यात्रियों को चढ़ाने और उतारने का काम करेंगी।
निदेशक द्वारा दी गई जानकारी
निदेशक ने बताया कि रोपवे को जनता के लिए खोलने से पहले अभी कुछ और परीक्षण, जैसे लोड टेस्टिंग, करने हैं। उन्होंने कहा कि टिकट खिड़की का निर्माण पूरा हो चुका है। अब श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए शौचालय, पेयजल की व्यवस्था और बच्चों के लिए खेल क्षेत्र विकसित किए जाने हैं। अंतिम परीक्षण के बाद 12 ट्रालियां चलाई जाएंगी। जिनमें से प्रत्येक में 6 यात्री बैठ सकेंगे। मंदिर तक पहुंचने में लगभग 4-5 मिनट लगेंगे। अभय अवस्थी ने बताया कि रोपवे की लंबाई 210 मीटर और ऊंचाई 48.85 मीटर है। टिकट की कीमत अभी तय नहीं हुई है, लेकिन आने-जाने का किराया लगभग 110 रुपये हो सकता है। रोपवे का संचालन मंदिर के खुलने और दर्शन के समय के अनुसार किया जाएगा।
ये भी पढ़ें : नोएडा-दिल्ली रूट पर जाम से राहत : चिल्ला बॉर्डर से महामाया फ्लाईओवर तक होगा सड़क का चौड़ीकरण
सुविधाएं
- ऊपरी और निचले स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म का निर्माण।
- फूड कोर्ट की स्थापना।
- 200 वाहनों की क्षमता वाली पार्किंग का विकास।
- टिकट विंडो का निर्माण।
- पेयजल की व्यवस्था।
- श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बेंच की स्थापना।
यह बुजुर्ग और शारीरिक रूप से अक्षम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर तक पहुंचना आसान बनाएगी। यह पर्वतीय क्षेत्र में यात्रा के समय को कम करेगी। यह पर्यटन को बढ़ावा देगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा। यह बरसाना को एक आधुनिक तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित करेगी।
ये भी पढ़ें : बड़ी खबर : नोएडा के लॉजिक्स मॉल में लगी आग, अफरा-तफरी का बना माहौल
चुनौतियां और समाधान
1. कोविड-19 महामारी के कारण निर्माण कार्य में बाधा आई।
2. कुछ तकनीकी मुद्दों को हल करने में समय लगा।
3. स्थानीय प्रशासन से आवश्यक मंजूरी प्राप्त करने में देरी हुई।
Also Read
6 Oct 2024 12:59 PM
आगरा छावनी क्षेत्र के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिससे क्षेत्र की सूरत बदलने की पूरी संभावना है। हाल ही में आगरा छावनी परिषद ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए 167 करोड़ रुपये... और पढ़ें