हाथरस में सीएम योगी बोले : हादसे के जिम्मेदार नहीं बचेंगे, न्यायिक जांच के साथ एसओपी निर्धारित करेंगे

हादसे के जिम्मेदार नहीं बचेंगे, न्यायिक जांच के साथ एसओपी निर्धारित करेंगे
UPT | सीएम योगी

Jul 03, 2024 16:55

सीएम योगी ने बताया कि राहत और बचाव के कार्य को आगे बढ़ाने के बाद आयोजकों को पूछतांछ के लिए बुलाया जाएगा।

Jul 03, 2024 16:55

Short Highlights
  • सीएम योगी ने रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में घटना की न्यायिक जांच के दिए आदेश
  • ज्यूडिशियल इंक्वायरी के साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बनेगी एसओपीः सीएम
  • आयोजन में अंदर की व्यवस्था देख रहे सेवादार हादसा होने के बाद वहां से भाग निकलेः योगी 
  • जो लोग भी घटना के जिम्मेदार होंगे वो सभी आएंगे एफआईआर के दायरे मेंः मुख्यमंत्री 
Hathras News : सीएम योगी ने बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान हाथरस हादसे पर बात करते हुए कहा कि जो भी लोग जिम्मेदार हैं उन्हें उनकी सजा दिलाई जाएगी। कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा। इसके लिए सीएम योगी ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में न्यायिक जांच के भी आदेश दे दिए हैं। सीएम योगी ने बताया कि राहत और बचाव के कार्य को आगे बढ़ाने के बाद आयोजकों को पूछतांछ के लिए बुलाया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के लिए हमने एडीजी आगरा की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित की है, जिसने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दी है। उन्हें इस घटना के तह में जाने के लिए कहा गया है। बहुत सारे ऐसे पहलू हैं, जिन पर जांच होना बहुत आवश्यक है। भोले बाबा के विरुद्ध एफआईआर नहीं होने के प्रश्न पर सीएम योगी ने कहा कि प्रथम दृष्टया एफआईआर उन पर होती है जिन्होंने एप्लीकेशन की परमीशन मांगी थी। इसके बाद इसका दायरा बढ़ता है। निश्चित रूप से जो लोग भी इस घटना के जिम्मेदार होंगे वो सभी इसके दायरे में आएंगे।

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न्यायिक जांच के साथ निर्धारित की जाएगी एसओपी 
सीएम योगी ने बताया कि आयोजकों को पूछतांछ के लिए बुलाया जाएगा। घटना के कारणों के बारे में उनसे बात की जाएगी और घटना में लापरवाही और जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जाएगी। हम इस बात को खारिज नहीं कर सकते कि इस प्रकार की घटना केवल एक हादसा है। अगर हादसा भी है तो उसके पीछे कौन जिम्मेदार है और अगर हादसा नहीं तो साजिश किसकी है। इन सभी पहलुओं को देखते हुए राज्य सरकार ने तय किया है हम इस पर एक न्यायिक जांच भी करवाएंगे। न्यायिक जांच हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में होगी, जिसमें प्रशासन और पुलिस के भी रिटायर्ड सीनियर अधिकारियों को रखा जाएगा और इस पूरी घटना के तह में जाकर जो भी इसके लिए दोषी होगा उन्हें इसकी सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि ज्यूडिशियल इंक्वायरी का नोटिफिकेशन आज ही जारी हो जाएगा। साथ ही इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए उनके माध्यम से एक सुझाव और एसओपी बनाई जाएगी, जिसे आगे इस प्रकार के आयोजनों में लागू किया जाएगा।



मरने वालों में हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के भी श्रद्दालु
सीएम योगी ने कहा कि घटना के तह तक जाने के लिए शासन स्तर पर हम लोगों ने मंगलवार को ही कदम उठाए थे। इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई जो उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश से भी जुड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश में हाथरस, बदायूं, कासगंज, अलीगढ़, एटा, ललितपुर, आगरा, फिरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, मथुरा, औरैया, बुलंदशहर, पीलीभीत, संभल और लखीमपुर खीरी समेत 16 जनपदों के भी कुछ श्रद्धालुजन हैं जो इस हादसे का शिकार हुए हैं। 121 में से 6 मृतक ऐसे थे जो अन्य राज्यों से थे, जिनमें ग्वालियर (मध्य प्रदेश) से एक, हरियाणा से 4 और राजस्थान से एक थे। जो घायल हैं उनमें 31 ऐसे हैं जिनका हाथरस, अलीगढ़, एटा और आगरा के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है और सभी आउट ऑफ डेंजर हैं। 

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सेवादारों ने मामले को दबाने का किया प्रयास 
सीएम योगी ने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों ने बातचीत में बताया कि हादसा उस समय हुआ जब कार्यक्रम के उपरांत कथावाचक का काफिला जीटी रोड पर आया तो उन्हें छूने के लिए महिलाओं का एक दल उधर बढ़ गया। उनके पीछे-पीछे भीड़ गई और इसी के बाद वो एक-दूसरे के ऊपर चढ़ते गए। सेवादार भी लोगों को धक्का देते गए, जिसके चलते जीटी रोड के दोनों ओर ये हादसा घटित हुआ। इसका सबसे दुखद पहलू ये था कि इस तरह के कार्यक्रम के दौरान जो सेवादार प्रशासन को अंदर घुसने नहीं देते, दुर्घटना होने के तत्काल बाद उन्होंने मामले को दबाने का प्रयास किया। लेकिन जब प्रशासन ने घायलों को अस्पताल ले जाने की कार्यवाही शुरू की तो उनमें से ज्यादातर सेवादार वहां से भाग गए। 

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अलग-अलग जनपदों में भेजी जाएंगी विशेष टीमें 
सीएम योगी ने कहा कि आज स्वयं हाथरस में और सिकंदराराऊ के घटनास्थल का भी दौरा किया। वहां काफी बारिश थी, लेकिन इसके बावजूद वहां जाकर के हादसे के कारणों की प्रारंभिक व्यवस्था को देखने का प्रयास किया। हमारे तीन मंत्री और मुख्य सचिव व डीजीपी यहां हादसे के बाद से ही कैंप कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन के सीनियर अधिकारीगण भी यहां पर कैंप करते हुए इस घटना के लिए जिम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की दिशा में काम कर रहे हैं। इसके लिए कुछ विशेष दल बनाए गए हैं,जिनके माध्यम से अलग-अलग जनपदों में कार्यवाही प्रारंभ होगी। प्रारंभिक जांच के बाद आगे की कार्यवाही को हम आगे बढ़ाने का काम करेंगे। 

राजनीति करना विपक्ष की प्रवृत्ति
विपक्षी नेताओं द्वारा हादसे पर की जा रही राजनीति को लेकर सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोगों की यह प्रवृत्ति होती है कि इस प्रकार की दुखद और दर्दनाक घटनाओं में भी वो राजनीति ढूढ़ते हैं। ऐसे लोगों की फितरत है चोरी भी और सीनाजोरी भी। यह हर व्यक्ति जानता है कि कथावाचक सज्जन के फोटो किसके साथ हैं। उनके राजनीतिक संबंध किसके साथ जुड़े हुए हैं। आपने देखा होगा कि पिछले दिनों रैलियों के दौरान इस तरह की भगदड़ कहां मचती थी और कौन उसके पीछे थे। मुझे लगता है कि इन सबकी तह में जाना आवश्यक है। जो लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हैं उनकी जवाबदेही भी तय होगी। 

सीएम योगी ने घटना को लेकर की समीक्षा बैठक 
प्रेस वार्ता से पहले सीएम योगी ने हाथरस पुलिस मुख्यालय में पूरे घटना को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान स्थानीय अधिकारियों ने उन्हें घटना से जुड़ी एक-एक महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्हें पूरे क्षेत्र के विषय में विस्तार से बताया गया। उन्होंने पूरी घटना को लेकर पुलिस की ओर से प्रस्तुतिकरण को भी देखा और उचित कार्रवाई के निर्देश दिए। इस दौरान सीएम योगी के साथ प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, असीम अरुण, संदीप सिंह,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार समेत अन्य अधिकारीगण और स्थानीय विधायक शामिल रहे।

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