रेलवे लाइन पर अंडरपास न होने से हर दिन हो रही मौतें : नीम खेड़िया के ग्रामीणों के पास ट्रैक पार करने के अलावा विकल्प नहीं 

UPT | प्रतीकात्मक तस्वीर।

Dec 17, 2024 13:18

फ़िरोज़ाबाद जिले के शिकोहाबाद रेलवे स्टेशन के पास नीम खेड़िया गांव में अंडरपास न होने से ग्रामीणों को रेलवे ट्रैक पार करना मजबूरी है। गेट बंद होने के बाद हादसे बढ़ गए हैं। बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद उनकी मांग अनसुनी बनी हुई है।

Firozabad  News : फ़िरोज़ाबाद जिले के शिकोहाबाद रेलवे स्टेशन के पास स्थित नीम खेड़िया गांव के लोग लंबे समय से रेलवे लाइन के कारण जानलेवा हादसों का सामना कर रहे हैं। गांव के पास अंडरपास न होने के चलते ग्रामीणों को रेलवे ट्रैक पार कर शिकोहाबाद आना-जाना पड़ता है। यह मजबूरी उनके लिए जानलेवा साबित हो रही है, क्योंकि आए दिन कोई न कोई व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ जाता है। 



रेलवे गेट बंद होने से बढ़ी समस्या
गांव के पास पहले रेलवे गेट था, लेकिन इसे बंद कर दिया गया। गेट के बंद होने के बाद ग्रामीणों के पास ट्रैक पार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। बार-बार अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रेलवे विभाग के बड़े अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे हैं, लेकिन उनकी मांग अब तक अनसुनी ही रही है। 

चुनाव बहिष्कार और प्रशासन का आश्वासन
हर चुनाव चाहे वह लोकसभा का हो या विधानसभा का,गांव के लोग अंडरपास की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार करते हैं। चुनाव बहिष्कार की खबर से प्रशासन तुरंत सक्रिय हो जाता है और लोगों को आश्वासन देकर वोट डलवा लेता है। लेकिन चुनाव के बाद हालात फिर जस के तस बने रहते हैं और ग्रामीणों की परेशानी का समाधान नहीं निकलता।

रेलवे ट्रैक पर मौतों का सिलसिला जारी
ट्रेन हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज सुबह ही शौच के लिए रेलवे ट्रैक पार कर रही बुजुर्ग महिला किरण देवी ट्रेन की चपेट में आ गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद गांव में कोहराम मच गया,लेकिन परिजनों ने रेलवे विभाग की कार्यवाही के भय से जल्दबाजी में अंतिम संस्कार कर दिया।

डर के कारण नहीं कराया जाता पोस्टमार्टम
नीम खेड़िया गांव के लोग रेलवे अधिकारियों के डर से ट्रेन हादसे में मरने वाले लोगों का पोस्टमार्टम नहीं कराते। ट्रेन की चपेट में आने के बाद ग्रामीण जल्दबाजी में शव का अंतिम संस्कार कर देते हैं। यह स्थिति प्रशासन और रेलवे विभाग की लापरवाही को उजागर करती है।

अंडरपास की मांग कब होगी पूरी?
ग्रामीणों का कहना है कि यदि गांव के पास अंडरपास बना दिया जाए, तो इस तरह के हादसों को रोका जा सकता है। यह समस्या सिर्फ नीम खेड़िया गांव की नहीं, बल्कि कई अन्य गांवों में भी देखने को मिलती है। रेलवे विभाग की अनदेखी के चलते मासूम ग्रामीण अपनी जान गंवा रहे हैं।

नीम खेड़िया गांव के लोग सालों से अंडरपास की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिले हैं। प्रशासन और रेलवे विभाग की लापरवाही के कारण आए दिन लोगों की जान जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही अंडरपास का निर्माण नहीं हुआ, तो उनकी परेशानियां और भी बढ़ जाएंगी। यह समय की मांग है कि रेलवे विभाग इस समस्या का समाधान करते हुए अंडरपास का निर्माण जल्द से जल्द कराए, ताकि ग्रामीणों को इस जानलेवा मजबूरी से छुटकारा मिल सके। 

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