भ्रष्टाचार के खिलाफ वकीलों का प्रदर्शन : टूंडला तहसील के अफसरों और लिपिकों पर गंभीर आरोप लगाकर सख्त कार्रवाई की मांग

UPT | टूंडला तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करते बार ऐसोसिएशन के वकील।

Nov 21, 2024 22:48

फिरोजाबाद जिले के टूण्डला तहसील परिसर में बार ऐसोसिएशन के वकीलों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। वकीलों ने अधिकारियों और बाबुओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और उनकी हटाने की मांग की, साथ ही कहा कि तब तक धरना जारी रहेगा।

Firozabad News : फ़िरोज़ाबाद जिले के टूंडला तहसील परिसर में बार ऐसोसिएशन के वकीलों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। वकीलों ने तहसील के अधिकारियों और बाबुओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि जब तक भ्रष्ट अधिकारियों और बाबुओं को नहीं हटाया जाएगा, तब तक यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। इस प्रदर्शन में वकीलों का आरोप था कि तहसील में चल रहे भ्रष्टाचार की वजह से आम जनता और वकीलों के काम बिना रिश्वत के नहीं होते और कई मामलों में फाइलों का निपटारा भी नहीं किया जाता है।



वकीलों का आरोप और मांग
वकीलों के अनुसार टूण्डला तहसील में भ्रष्टाचार का आलम यह है कि कोई भी काम बिना पैसे के नहीं होता। उनका आरोप था कि तहसील में अधिकारियों और बाबुओं द्वारा फाइलों के निपटारे के लिए रिश्वत की मांग की जाती है। वकील यह भी कह रहे थे कि कई मामलों में अदालत में बहस हो चुकी है, लेकिन फाइलों का निपटारा नहीं किया जा रहा। वकीलों ने यह आरोप भी लगाया कि कई बार फाइलों में लंबी देरी हो रही है और इसके कारण उनके क्लाइंट्स को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

धरना प्रदर्शन के दौरान बार ऐसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, "जब तक भ्रष्ट अधिकारियों और बाबुओं को हटाया नहीं जाएगा, हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे।" वकीलों ने यह भी कहा कि वे इस संघर्ष में अकेले नहीं हैं, बल्कि आगरा और जिले भर के कई वकील उनके साथ इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं।

सूचना मिलते ही एसडीएम मौके पर पहुंचे और वकीलों से वार्ता की, कहा- साक्ष्य मिलने पर होगी कार्रवाई 
धरना प्रदर्शन की सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी (एसडीएम) टूण्डला, गजेंद्र पाल सिंह मौके पर पहुंचे और वकीलों से वार्ता की। एसडीएम ने वकीलों को समझाने का प्रयास करते हुए कहा कि तहसील परिसर में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं हो रहा है। उनका कहना था कि यदि कोई भ्रष्टाचार का साक्ष्य मिलता है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि फाइलों के निपटारे में जो देरी हो रही है, वह वकीलों द्वारा उठाए गए ऑब्जेक्शन की वजह से है, और इन फाइलों का समाधान लगातार किया जा रहा है।

एसडीएम ने इस बात को पूरी तरह से नकारा किया कि तहसील में भ्रष्टाचार का कोई चलन है और कहा कि वकील जो आरोप लगा रहे हैं, वह निराधार हैं। एसडीएम गजेंद्र पाल सिंह ने आगे कहा कि तहसील में सभी काम नियमों के अनुसार किए जा रहे हैं और किसी भी भ्रष्टाचार की घटना सामने आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

धरना प्रदर्शन का असर और जनता की परेशानियां
वकीलों का धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहा, जिसके कारण आम जनता को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। तहसील में चल रहे इस विरोध प्रदर्शन के कारण कोर्ट की कार्यवाही ठप हो गई और कई मामलों की सुनवाई में भी देरी हो गई। हालांकि प्रशासन की ओर से वकीलों को समझाने की कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला है। वकीलों ने कहा कि जब तक उनके आरोपों की जांच नहीं होती और कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।

वहीं प्रशासन और वकीलों के बीच चल रहे इस गतिरोध का असर आम जनता पर भी पड़ रहा है। लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए तहसील पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें काम में देरी का सामना करना पड़ रहा है।

वकील चाहते हैं कि उनके आरोपों की गंभीरता से जांच हो
यह देखना अब बाकी है कि वकीलों और प्रशासन के बीच यह गतिरोध कब समाप्त होता है और कब तक जनता के काम बिना किसी बाधा के पूरे होते हैं। वकील चाहते हैं कि उनके आरोपों की गंभीरता से जांच हो और दोषियों को सख्त सजा मिले, वहीं प्रशासन का कहना है कि उनका उद्देश्य केवल जनता के कामों में रुकावट न डालते हुए सभी काम नियमों के अनुसार कराना है। 

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