आगरा कोर्ट में नहीं पेश हुई कंगना : सांसद के वकील भी रहे अनुपस्थित, अब इस दिन दी गई नई तारीख

UPT | Kangana Ranaut

Nov 28, 2024 14:57

फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ आगरा कोर्ट में चल रहे मामले की आज सुनवाई हुई। इससे पहले, कोर्ट ने कंगना को एक नोटिस भेजा था...

Agra News : फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ आगरा कोर्ट में चल रहे मामले की आज सुनवाई हुई। इससे पहले, कोर्ट ने कंगना को एक नोटिस भेजा था और उम्मीद की जा रही थी कि वह आज कोर्ट में पेश होंगी। हालांकि, कंगना न तो खुद आईं और न ही उनके प्रतिनिधि के तौर पर कोई वकील कोर्ट में उपस्थित हुए। इसके बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 12 दिसंबर की तारीख तय की है।

कोर्ट ने जारी किया था नोटिस
बता दें कि कोर्ट ने कंगना रनौत को नोटिस जारी किया था। किसानों के अपमान और राष्ट्रद्रोह के आरोप में कंगना रनौत के खिलाफ एक याचिका दायर की गई थी। विशेष अदालत एमपी एमएलए अनुज कुमार सिंह ने हिमाचल प्रदेश के मंडी से कंगना रनौत को नोटिस भेजा था, जो 19 नवंबर 2024 को उन्हें प्राप्त हुआ। आगरा कोर्ट में कंगना के पहले दिए गए बयानों को लेकर यह याचिका दायर की गई थी और इसी मामले में गुरुवार को सुनवाई होनी थी।

यह है पूरा मामला
दरअसल, यह मामला कंगना द्वारा 24 अगस्त को एक इंटरव्यू के दौरान दिए गए विवादास्पद बयान से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान हुए रेप और मर्डर के आरोप लगाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर बिल वापस नहीं होते तो आंदोलन का पैमाना और बड़ा होता। इस बयान के बाद राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर को MP/MLA कोर्ट में याचिका दाखिल कर कंगना के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग की थी।

कोर्ट में नहीं पेश हुई कंगना
रमाशंकर शर्मा ने बताया कि कंगना को 19 नवंबर को दिल्ली स्थित उनके आवास और 22 नवंबर को कुल्लू मनाली के पते पर नोटिस प्राप्त हुआ था। इसके बावजूद कंगना ने 28 नवंबर तक न तो खुद और न ही किसी वकील के जरिए कोर्ट में अपना पक्ष रखा। अब कोर्ट ने 12 दिसंबर को कंगना से संबंधित मामले की अगली सुनवाई तय की है और इस दिन कोर्ट किसी आदेश पर भी फैसला कर सकता है।

अधिवक्ता रमाशंकर क्या बोले
अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने कहा कि वह खुद किसान परिवार से हैं और किसानों के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं। उन्होंने कंगना के बयान को किसानों और महात्मा गांधी की भावनाओं के खिलाफ बताया। इसके अलावा, रमाशंकर शर्मा ने बताया कि उन्होंने 31 अगस्त को पुलिस कमिश्नर और थाना न्यू आगरा को कंगना के खिलाफ कार्रवाई के लिए शिकायत भेजी थी।

महात्मा गांधी को लेकर भी कि थी टिप्पणी
इसके अलावा, कंगना रनौत ने 17 नवंबर 2021 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि "गाल पर चांटा खाने से भीख मिलती है, आजादी नहीं," और यह भी दावा किया कि 1947 में जो आजादी मिली, वह महात्मा गांधी के 'भीख के कटोरे' से मिली थी। कंगना रनौत ने यह भी कहा था कि असली आजादी तो 2014 में मिली, जब केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आई थी। वकील ने अपने पत्र में यह आरोप लगाया कि कंगना ने इस तरह की टिप्पणियों से देश के करोड़ों किसानों को हत्यारा, बलात्कारी और उग्रवादी बताकर उनका अपमान किया है।

देश के लाखों शहीदों का भी अपमान किया
वकील ने पत्र में यह भी आरोप लगाया कि कंगना रनौत ने 1947 में मिली आज़ादी को 'भीख' में मिली कहकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान किया है। इसके साथ ही, उन्होंने देश के लाखों शहीदों का भी अपमान किया, जिनमें भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, चंद्रशेखर आज़ाद, अशफाक उल्लाह खां जैसे वीर स्वतंत्रता सेनानी शामिल हैं, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए फांसी की सजा स्वीकार की। वकील का कहना था कि महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने जेल की यातनाएं सहन की, और कंगना के इस तरह के कमेंट से इन सबका अपमान हुआ है।

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