अलीगढ़ से बड़ी खबर : मीट फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव, 6 महिलाओं समेत 10 मजदूर बेहोश, मची अफरा-तफरी

UPT | मीट फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव

Dec 15, 2024 23:25

संचालकों ने जैसे-तैसे मजदूरों को बाहर निकाला। बेहोश मजदूरों को इलाज के लिए जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है।

Aligarh News : अलीगढ़ के लोधा इलाके में फेयर मीट फैक्ट्री में रविवार को अमोनिया गैस रिसाव हो गया। अभी तक जो सूचना मिली है, उसके मुताबिक 10 मजदूर बेहोश हुए हैं। जिमनें 6 महिलाएं भी शामिल हैं। इन सभी को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटना शाम 7:30 बजे की है। संचालकों ने जैसे-तैसे मजदूरों को बाहर निकाला। बेहोश मजदूरों को इलाज के लिए जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। अफसर मौके पर पहुंचे 
हादसे की जानकारी मिलते ही अधिकारी तत्काल घटना स्थल पहुंच गए हैं। रोरावर थाना पुलिस भी मौके पर है। प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी शहर से फैक्ट्री पहुंच रहे हैं। वहीं, अधिकारियों की एक टीम तत्काल अस्पताल की ओर रवाना की गई है। सूत्रों के मुताबिक अमोनिया गैस का रिसाव अचानक हुआ, जिससे मजदूरों को सांस लेने में तकलीफ और आंखों में जलन महसूस होने लगी। गैस का प्रभाव इतना गंभीर था कि कुछ ही देर में मजदूरों की स्थिति बिगड़ने लगी और आंखों में जलन के साथ बेहोशी छाने लगी । घटना के तुरंत बाद बेहोश मजदूरों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि सभी मजदूरों की स्थिति स्थिर है और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। 

सीओ प्रथम अभय पांडेय ने बताया कि बेहोश होने वाले मजदूरों में चांदनी पुत्री शाहिद निवासी शाहजमाल, नाजिया पुत्री अकबर निवासी रोरावर, अलिकशां पुत्री अकबर निवासी भुजपुरा कोतवाली नगर, जैनब पुत्री जाहिद निवासी शाहजमाल, सोफिया पुत्री इस्लाम निवासी मकदूम नगर, अरमान पुत्र मुख्त्यार अहमद तालसपुर, रोरावर समेत सात मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, बाकी तीन लोग प्राथमिक उपचार के बाद अपने घरों को चले गए थे। एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि फैक्ट्री के चिलर प्लांट में अमोनिया गैस का रिसाव हुआ था। इसके चलते 10 मजदूर बेहोश हुए हैं। जिनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के पीछे क्या वजह रही है, इन तमाम पहलुओं पर जांच की जा रही है। इसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।  

इनका चल रहा उपचार
  • चांदनी (20 वर्ष) पुत्री शाहिद निवासी शाहजमाल
  • रजनी (26 वर्ष) पुत्री सलमान निवासी रोरावर
  • नाजिया (18 वर्ष) पुत्री अकरबर निवासी भुजपुरा ठाकुर वाली गली
  • अलशिफा (23 वर्ष) निवासी शहजमाल, टंकी के पास
  • जैनब (22 वर्ष) पुत्री जाहिद निवासी मकदूम नगर
  • सोफिया (20 वर्ष) पुत्री इस्लाम निवासी नीवरी
  • अरमान  (22 वर्ष) पुत्र मुख्तार अहमद निवासी तालसपुर खुर्द
हमें चिल्लाने की आवाजें आईं
मौके मौजूद लोगों ने बताया कि सभी लोग काम रहे थे, तभी चिल्लाने की आवाजें आने लगीं। हम लोगों ने जाकर देखा तो कई महिलाएं बेहोशी हालत में जमीन पर गिरी हुई थीं। सभी को बारी-बारी से बाहर निकाला गया। फिर एंबुलेंस को कॉल की। स्वास्थ्य टीम सभी को लेकर अस्पताल पहुंची। वहां उनको आक्सीजन सपोर्ट दिया गया। चार डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है। संचालक खुद ही प्राइवेट गाड़ियों से मजदूरों को लेकर जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे और प्रशासन को इसकी जानकारी हुई थी। जिसके बाद कमिश्नर गौरव दयाल, डीएम इंद्र विक्रम सिंह, एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत सभी अधिकारी फैक्ट्री पहुंच गए थे। शासन ने मामले की जांच कमिश्नर गौरव दयाल को सौंपी थी।

स्थानीय लोगों में दहशत
घटना के बाद फैक्ट्री के आसपास के इलाकों में भी दहशत फैल गई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अमोनिया गैस जैसी खतरनाक रसायन के उपयोग के दौरान सुरक्षा उपायों का पालन नहीं किया गया। उन्होंने इस लापरवाही के लिए फैक्ट्री प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। प्रशासन ने फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ शुरू कर दी है। प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई थी। प्रशासन ने मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पुलिस क्षेत्राधिकारी अभय कुमार ने बताया कि गैस रिसाव के कारणों की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि फैक्ट्री में सुरक्षा उपायों की कमी की आशंका है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। 

वर्ष 2022 में भी हुआ था मीट फैक्टरी में अमोनिया गैस रिसाव
बसपा नेता व शहर के प्रमुख मीट निर्यातक हाजी जहीर की मीट फैक्टरी अलदुआ फूड प्रोसेसिंग यूनिट में 29 सितंबर 2022 में अमोनिया गैस रिसाव कांड हुआ था। जिसमें 59 महिला कर्मी बेहोश हो गई थीं। डीएम स्तर से मुख्य अग्निशमन अधिकारी व जेडी उद्योग से कराई गई प्रारंभिक जांच में फैक्टरी प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई। जिसमें पाया कि जिस जगह से गैस का रिसाव हुआ है, उस जगह पाइप में वेल्डिंग हुई थी, जबकि उसे बदला जाना चाहिए था। मामले में हाजी जहीर और अन्य छह आरोपियों को जमानत मिल गई थी। 

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