Aligarh News : एएमयू की प्रोफेसर समी रफीक चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विजिटिंग प्रोफेसर के पद से सम्मानित 

UPT | प्रो समी रफीक चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में सम्मानित

Jan 10, 2025 19:59

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर समी रफीक को पटना स्थित चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विजिटिंग प्रोफेसर के पद से सम्मानित किया गया है।

Short Highlights
  • साहित्य में जलवायु परिवर्तन पर रहा है व्यापक कार्य 
  • पर्यावरण और संस्कृति  पर लिखी है कवितायें 

Aligarh news :  अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर समी रफीक को पटना स्थित चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में विजिटिंग प्रोफेसर के पद से सम्मानित किया गया है। विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर वह साहित्य में शोध के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान देंगी और पीएचडी तथा एलएलडी अभ्यर्थियों को उनके सह-पर्यवेक्षक के रूप में मार्गदर्शन प्रदान करेंगी। वर्तमान में वह पटना में जलवायु परिवर्तन तथा साहित्य से इसके संबंध पर व्याख्यान दे रही हैं।

साहित्य में जलवायु परिवर्तन पर रहा है व्यापक कार्य 

प्रोफेसर रफीक का साहित्य में जलवायु परिवर्तन पर व्यापक कार्य है तथा हाल ही में उन्हें भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा स्वयं पोर्टल पर स्नातक तथा स्नातकोत्तर छात्रों के लिए ‘जलवायु परिवर्तन तथा साहित्य’ पर व्याख्यान देने के लिए नियुक्त किया गया है, जिन्होंने स्वयं कार्यक्रम में नामांकन कराया है।


पर्यावरण और संस्कृति  पर लिखी है कवितायें 

इस पाठ्यक्रम की प्रकृति का परिचय देते हुए उन्होंने बताया कि यह पाठ्यक्रम छात्रों को जलवायु परिवर्तन तथा साहित्य से इसके संबंध को समझने में मदद करेगा। यह विद्यार्थियों को अंतःविषयी दृष्टिकोण के साथ जलवायु कथा तथा जलवायु कविता के ज्ञान से भी परिचित कराएगा । यूट्यूब और स्वयं पर उपलब्ध इस अंतःविषयी पाठ्यक्रम में कोई भी स्नातक या स्नातकोत्तर छात्र शामिल हो सकता है। प्रोफेसर समी रफीक ने हाल ही में अपनी कविताओं का एक संग्रह ‘सॉन्ग्स ऑफ अलीगढ़’ प्रकाशित किया है, जो ‘वुमन इन द ट्रीज’ के बाद उनका दूसरा संग्रह है, जिसमें पर्यावरण और संस्कृति पर उनकी कविताएँ शामिल हैं और प्रकृति और जानवरों के प्रति उनके प्रेम और अलीगढ़ और एएमयू के साथ उनके जुड़ाव का वर्णन किया गया है। प्रोफेसर समी रफीक जलवायु परिवर्तन और साहित्य पर एक पेपर भी पढ़ाती हैं।

 

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