हाथरस में शराब के ठेके को हटाने की मांग : महिलाओं ने लठ्ठ लेकर सड़क पर किया प्रदर्शन, पुलिस से हुई झड़प

UPT | प्रदर्शन करती महिलाएं।

Dec 09, 2024 12:27

हाथरस जिले में महिलाओं ने शराब के ठेके को बंद कराने के लिए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। सड़क पर जाम लगाकर और लाठियां लेकर महिलाएं प्रशासन से इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की मांग कर रही हैं। उनका आरोप है कि शराब के ठेके के कारण गांव में हिंसा और संघर्ष बढ़ गया है, जिससे उनके परिवारों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।

Hathras News : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में महिलाओं ने शराब के ठेके को बंद कराने के लिए सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। सादाबाद क्षेत्र के गांव सिथरापुर और जटोई के बीच स्थित शराब के ठेके को हटाने की मांग को लेकर महिलाएं हाथों में लाठी डंडे लेकर सड़क पर खड़ी हो गईं और जाम लगा दिया। महिलाओं का कहना था कि शराब के ठेके के कारण गांव में आए दिन हंगामे और मारपीट की घटनाएं होती हैं, जिससे उनके परिवारों की स्थिति खराब हो गई है।

शराब के ठेके से परेशान महिलाएं
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप है कि शराब के ठेके के कारण उनके परिवारों में असमय तनाव और बर्बादी आई है। उनका कहना है कि यहां पर अक्सर लड़ाई-झगड़े होते हैं, जिससे गांव में शांति व्यवस्था प्रभावित होती है। इसके अलावा, शराब की लत के कारण कई पुरुषों को बुरी आदतें लग चुकी हैं, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई है। महिलाओं का कहना है कि शराब के ठेके की वजह से उनके परिवारों के कई लोग नशे के आदी हो गए हैं और कुछ बीघा ज़मीन भी बिक चुकी है।

पुलिस से हुआ झगड़ा, समझाने के बाद खुला जाम
महिलाओं के विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। हालांकि, पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन महिलाएं अपनी मांगों को लेकर अडिग रहीं। पुलिस और महिलाओं के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसके बावजूद, पुलिस ने किसी तरह महिलाओं को शांत किया और जाम को खुलवाया। 

महिलाओं का लगातार आंदोलन
महिलाओं का कहना है कि यह पहला मौका नहीं है, जब उन्होंने शराब के ठेके को हटाने की मांग की हो। पहले भी कई बार इस मुद्दे पर प्रशासन से अपील की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। महिलाओं का मानना है कि यदि जल्द ही शराब का ठेका नहीं हटाया गया, तो वे फिर से बड़े स्तर पर आंदोलन कर सकती हैं। 

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