अयोध्या में 'मिरर बेस्ड भूलभुलैया' तैयार : माता सीता की खोज का मिलेगा रोमांचक अनुभव, पर्यटकों के लिए नया आकर्षण

UPT | अयोध्या में 'मिरर बेस्ड भूलभुलैया' तैयार

Nov 11, 2024 20:09

राम मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अब एक नई और रोमांचक अनुभव मिलने जा रहा है। यहां एक मिरर बेस्ड भूलभुलैया बनाई गई है...

Short Highlights
  • अयोध्या में श्रद्धालुओं-पर्यटकों का नया आकर्षण
  • 'सीता की खोज' पर आधारित भूलभुलैया
  • तीन करोड़ की लागत से तैयार 
Ayodhya News : अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को अब एक नई और रोमांचक अनुभव मिलने जा रहा है। यहां एक मिरर बेस्ड भूलभुलैया बनाई गई है, जिसमें माता सीता के खोज के प्रसंगों को दर्शाया जाएगा। यह परियोजना पूरी तरह से तैयार हो चुकी है और नगर निगम अयोध्या द्वारा स्मार्ट सिटी योजना के तहत इसे एक विशेषज्ञ कार्यदाई कंपनी से तैयार करवाया गया है। इस भूलभुलैया में प्रवेश करते समय पर्यटकों को रामकथा से जुड़ी घटनाओं का जीवंत अनुभव होगा।

तीन करोड़ की लागत से तैयार
इस परियोजना की लागत करीब तीन करोड़ रुपये आई है और इसे अयोध्या के अमानीगंज मोहल्ले में स्थित जलकल कार्यालय परिसर में 1400 वर्ग फुट क्षेत्र में बनाया गया है। नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि यह भूलभुलैया राम की नगरी में आने वाले लाखों पर्यटकों को न केवल मनोरंजन का एक नया रूप देगी, बल्कि रामकथा की गहरी समझ भी प्रदान करेगी। योजना के उद्घाटन की तैयारियां जोरों पर हैं और इसके बाद पर्यटक इस अद्वितीय भूलभुलैया का आनंद ले सकेंगे।



भूलभुलैया का नाम "माता सीता की खोज"
निर्माण इकाई के निदेशक के अनुसार, इस मिरर-आधारित भूलभुलैया का नाम "माता सीता की खोज" रखा गया है। इसके संचालन का जिम्मा निर्माण इकाई के पास अगले तीन वर्षों तक रहेगा और उसके बाद इसे नगर निगम को सौंप दिया जाएगा। इस भूलभुलैया में एक साथ 20 से 30 लोग प्रवेश कर सकेंगे और उन्हें 8 से 10 मिनट का समय मिलेगा, ताकि वे रामकथा के विभिन्न प्रसंगों से परिचित हो सकें। इसमें प्रवेश के लिए टिकट की दरें नगर निगम द्वारा निर्धारित की जाएंगी। यह भूलभुलैया सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक खुली रहेगी और इसके भीतर गाइड भी तैनात होंगे, जो मार्गभ्रमण की स्थिति में मदद करेंगे।

भूलभुलैया में मिलेगी रामायण की जानकारी
यह भूलभुलैया विशेष रूप से रामायण के काल की घटनाओं को चित्रित करने के लिए डिजाइन की गई है। यहां करीब 70 मिरर लगाए गए हैं, जो विभिन्न कोणों से दृश्य प्रस्तुत करते हैं, जिससे पर्यटकों को हर बार एक नया अनुभव मिलता है। इन मिररों के माध्यम से भगवान राम, माता सीता और हनुमान जी के चित्र प्रदर्शित किए गए हैं, जो सीता की खोज से संबंधित कथाओं से जुड़े हैं। साथ ही, यहां टीवी स्क्रीन पर भी रामकथा से जुड़ी जानकारी दी जाएगी, ताकि पर्यटकों को अधिक जानकारी मिल सके।

रोमांचक लाइटिंग सिस्टम बनाता है आकर्षण
इस भूलभुलैया में एक इमरजेंसी गेट भी बनाया गया है, जहां आवाज सुनने के लिए स्पीकर्स भी लगाए गए हैं। रोमांचक लाइटिंग सिस्टम इसे और भी आकर्षक बनाता है। इस भूलभुलैया का उद्देश्य पर्यटकों को न केवल मनोरंजन देना है, बल्कि उन्हें रामकथा की गहरी समझ भी प्रदान करना है। यह नया प्रोजेक्ट निश्चित ही अयोध्या के धार्मिक पर्यटन में एक अनोखा और रोमांचक आयाम जोड़ेगा।

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