रामनगरी में 18 नवम्बर को तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर जनकपुर धाम के लोग बहुत ही उत्साह में हैं। तिलकोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है...
Nov 10, 2024 16:17
रामनगरी में 18 नवम्बर को तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर जनकपुर धाम के लोग बहुत ही उत्साह में हैं। तिलकोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है...
Ayodhya News : जन्मभूमि पर बने नव्य एवं दिव्य मन्दिर में विराजने के बाद अब प्रभु श्रीराम के विवाह पूर्व तिलकोत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। प्रभु श्रीराम की ससुराल जनकपुर धाम से पहली बार 251 तिलकहरू (तिलक चढा़ने वाले ) 501 भार (नेग) के साथ अयोध्या तिलक चढ़ाने आएंगे। रामनगरी में 18 नवम्बर को तिलकोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर जनकपुर धाम के लोग बहुत ही उत्साह में हैं। तिलकोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है।
जनकपुर विवाह की तैयारी शुरू
प्रभु श्रीराम की ससुराल (नेपाल के जनकपुर धाम) में विवाह की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। बता दें कि जनकपुर में यह आयोजन पहली बार होगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जनकपुर धाम में प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह की तैयारी शुरू कर दी गई है। पहली बार विवाहोत्सव में प्रभु श्रीराम के तिलकोत्सव का भी आयोजन होगा। इस बार माता सीता के राजमहल से तिलकोत्सव के लिए तिलक सामग्री भेजी जाएगी। श्रीराम के तिलकोत्सव की तैयारी के निमित्त जानकी मन्दिर में बृहद बैठक हुई। जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई।
विश्व हिन्दू परिषद नेपाल धनुषा की ओर से तिलकोत्सव का आयोजन
पहली बार आयोजित हो रहे प्रभु श्रीराम के तिलकोत्सव का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद नेपाल धनुषा की ओर से किया जा रहा है। शनिवार को जानकी मन्दिर में संतोष साह की अध्यक्षता में बैठक हुई। बैठक में मन्दिर के महंत राम तपेश्वर दास वैष्णव, विहिप नेपाल के उपाध्यक्ष रघुनाथ साह, जनकपुर मेयर मनोज साह, जनकपुर धाम वृहत्तर विकास परिषद के अध्यक्ष शीतल साह के अलावा उद्योग वाणिज्य संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र भंडारी, मारवाड़ी सेवा समिति के निर्मल चौधरी, राम युवा कमेटी के सरोज साह और महावीर युवा कमेटी के अजय गुप्ता समेत अन्य गणमान्य सम्मिलित हुए।
तिलक में चढ़ाया जाएगा फल, मिष्ठान, आभूषण व परिधान
नेपाल के जानकी मन्दिर में संतोष साह की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह भी तय किया गया कि भार (नेग) में परिधान, आभूषण तरह-तरह के मिष्टान्न, मेवा और फल आदि चढ़ाया जाएगा। तिलकहरू 16 नवम्बर को चलकर गढ़ी माई पहुंचेंगे। यहां रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन 17 नवम्बर को अयोध्या पहुंच जाएंगे। 18 नवम्बर को तिलकोत्सव होगा। जानकी मन्दिर के उत्तराधिकारी महंथ राम रोशन दास वैष्णव के अनुसार, पहली बार हो रहे इस आयोजन से अयोध्या और जनकपुर का सम्बन्ध अधिक मजबूत होगा।
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