सुल्तानपुर में 5 नामजद सहित दो दर्जन अज्ञात पर मुकदमा : कलेक्ट्रेट पर कांग्रेसियों का प्रदर्शन, इंस्पेक्टर ने फाड़ी अपनी वर्दी

UPT | कलेक्ट्रेट पर कांग्रेसियों का प्रदर्शन

Nov 14, 2024 15:26

सुल्तानपुर में कांग्रेसियों का डीएपी और अन्य मुद्दों पर प्रोटेस्ट मामले में पुलिस की कार्रवाई सामने आई है, पुलिस ने पांच नामजद और दो दर्जन अज्ञात कांग्रेसियों के खिलाफ कोतवाती नगर में एफआईआर दर्ज की है...

Sultanpur News : सुल्तानपुर में कांग्रेसियों का डीएपी और अन्य मुद्दों पर प्रोटेस्ट मामले में पुलिस की कार्रवाई सामने आई है। बुधवार को कांग्रेसियों को कलेक्ट्रेट गेट पर रोका गया। इस दौरान पुलिस और उनके बीच झड़प हो गई। इतना ही नहीं एक इंस्पेक्टर ने तो जोश में आकर आपा खो दिया और अपनी ही वर्दी फाड़ ली। जानकारी के मुताबिक पुलिस ने पांच नामजद और दो दर्जन अज्ञात कांग्रेसियों के खिलाफ कोतवाती नगर में एफआईआर दर्ज की है।

डीएम कार्यालय पहुंचे थे कांग्रेसी
बुधवार, 13 नवंबर को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता दो दर्जन की संख्या में हाथों में झंडे लेकर कांग्रेस दफ्तर से डीएम कार्यालय की ओर बढ़े। जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व में ये कांग्रेसी डीएपी की किल्लत, धान की खरीद में देरी और चीनी मिलों के बंद होने जैसे मुद्दों पर प्रदर्शन करने पहुंचे थे। लेकिन जब वे डीएम से मिलने के लिए कलेक्ट्रेट गए, तो वहां पुलिस का कड़ा पहरा बैठा दिया गया और कांग्रेसियों को कलेक्ट्रेट परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया। यह पहला अवसर नहीं था जब कांग्रेसी इस तरह से डीएम ऑफिस के बाहर रोके गए हों। दरअसल, लगभग एक साल से ऐसी स्थिति बन गई है कि जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के लिए कलेक्ट्रेट के गेट बंद कर दिए जाते हैं।



कांग्रेसियों और पुलिस के बीच नोकझोंक
नाराज कांग्रेसी कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठ गए। यह बात अधिकारियों को बुरी लग गई। सिटी मजिस्ट्रेट व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट कांग्रेसियों से कहने लगे ये आम जनमानस का रास्ता है आपको धरना देना है तो धरने वाली जगह पर जाइए। इस विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए कोतवाली नगर के इंचार्ज इंस्पेक्टर नारद मुनि सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिस के बीच नोकझोंक शुरू हो गई।

इस मामले में की एफआईआर दर्ज
सुल्तानपुर में बुधवार, 13 नवंबर को हुए कांग्रेसियों के प्रदर्शन के दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि प्रशासन और पुलिस बैकफुट पर आ गई। पुलिसकर्मियों ने पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कॉलर पकड़कर घसीटा और इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। इस बीच, कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया कोर्डिनेटर राजेश तिवारी ने आरोप लगाया कि कोतवाल ने उन्हें मुक्का मारा, जिससे उनका मुंह फट गया। इस घटना ने कांग्रेसियों को और भड़काया और इस पर कोतवाल नारद मुनि सिंह इतनी उत्तेजित हो गए कि उन्होंने अपनी वर्दी फाड़ने की कोशिश की। इसके बाद, नगर कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, आम रास्ता अवरुद्ध करने, धक्का-मुक्की करने और नियमों के खिलाफ प्रदर्शन करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की है।

Also Read