सुल्तानपुर में दीवार ढहने से किशोर की मौत : मलबे में दबे चार मजदूर, नाबालिग समेत 3 घायल

UPT | घटनास्थल की तस्वीर

Sep 22, 2024 14:31

सोहनलाल को गंभीर स्थिति में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया, जबकि अन्य घायलों का इलाज जारी है। घटना के बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी अधिकारी ने पीड़ितों से मिलने की जरूरत नहीं समझी...

Sultanpur News : सुल्तानपुर में नगरपालिका द्वारा नाली निर्माण का कार्य चल रहा था, लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण एक मंदिर की दीवार गिर गई, जिससे चार मजदूर मलबे में दब गए। इनमें से दो नाबालिग थे। एक किशोर को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया, जबकि तीन अन्य का इलाज जारी है, जिनमें से एक को गंभीर हालत में लखनऊ रेफर किया गया है। हालांकि, प्रशासन ने ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उसे बचाने की कोशिश की है।

चार मजदूर मलबे में दब गए
घटना कोतवाली नगर के सीताकुंड में चंद्रगुप्त मंदिर के पास हुई, जहां ठेकेदार अजय सिंह द्वारा नाली की खुदाई की जा रही थी। ठेकेदार ने लापरवाही बरती और दीवार के समीप खुदाई करते हुए दीवार में दरारें पैदा कर दीं। शनिवार दोपहर को दीवार गिरने से चार मजदूर मलबे में दब गए।



मृतक पंकज निषाद (17) कोतवाली नगर के चुनहा का निवासी था, जबकि अन्य घायलों में सोहनलाल निषाद (30), रामू निषाद (18) और छोटू निषाद (17) शामिल हैं। स्थानीय लोगों ने मलबे से मजदूरों को बाहर निकाला और उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज में पहुंचाया, जहां पंकज को मृत घोषित कर दिया गया।

सोहनलाल को गंभीर स्थिति में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया, जबकि अन्य घायलों का इलाज जारी है। घटना के बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रशासन की ओर से किसी अधिकारी ने पीड़ितों से मिलने की जरूरत नहीं समझी। यह भी गंभीर है कि नाबालिगों से काम कराने वाले ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

दीवार का निर्माण 15 वर्ष पहले हुआ था
सुल्तानपुर के सांसद राम भुआल निषाद ने कहा कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। चित्रगुप्त मंदिर कमेटी के वरिष्ठ अधिवक्ता जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मंदिर की दीवार का निर्माण 15 वर्ष पहले हुआ था और हाल में इसका पेंटिंग कार्य किया गया था। प्रशासन से दीवार की मरम्मत की मांग की गई है।

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