महंत नृत्य गोपाल दास को लेकर नया अपडेट : पिछले कुछ दिनों से चल रहे अस्वस्थ, पहले भी बिगड़ी थी तबीयत

UPT | महंत नृत्य गोपाल दास

Oct 01, 2024 14:18

महंत के मीड‍िया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया क‍ि महंत पूज्य नृतगोपाल दास के स्वास्थ्य में सुधार है। वह पिछले पांच दिनों से अपने निवास स्थान मणिराम दास छावनी अयोध्या में ...

Ayodhya News : राममंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास को लेकर दुखद खबर सामने आ रही है। सोशल माडिया पर बताया जा रहा है कि नृत्य गोपाल दास महाराज मंगलवार को ब्रह्मलीन हो गए हैं। इस खबर से लोगों में शोक की लहर दौड़ गई है। सोशल मीडिया उनके समर्थक लगातार ट्वीट कर श्रृद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। वहीं महंत के मीड‍िया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया क‍ि महंत पूज्य नृतगोपाल दास के स्वास्थ्य में सुधार है। वह पिछले पांच दिनों से अपने निवास स्थान मणिराम दास छावनी अयोध्या में ही रहकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।

पहले भी खराब हो चुकी है तबीयत
बता दें कि महीने पहले भी महंत नृत्य गोपाल दास को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी मूत्र और खाने में दिक्कतों के चलते तबीयत बिगड़ी थी। उस समय वह कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा में थे। उनकी प्रारंभिक जांच ग्वालियर में की गई थी, लेकिन स्वास्थ्य में सुधार न होने पर उन्हें 8 सितंबर को शाम करीब 6:30 बजे मेदांता अस्पताल लाया गया था।



महंत नृत्य गोपाल दास की स्थिति गंभीर
मेदांता अस्पताल के मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, महंत नृत्य गोपाल दास की स्थिति गंभीर बनी हुई है। इससे पहले, 2022 में भी उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण मेदांता में इलाज कराया गया था। 24 अप्रैल, 2022 को उन्हें मूत्र पथ में संक्रमण के चलते लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया। जांच में गुर्दे के संक्रमण और क्रोनिक रीनल फेल्योर की पहचान हुई, जिसमें गुर्दे ठीक से कार्य नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा, उन्हें मूत्र पथ संक्रमण (यूटीआई) की भी समस्या थी, जो गुर्दे और मूत्राशय सहित मूत्र प्रणाली के अन्य हिस्सों को प्रभावित करती है।

कौन हैं महंत नृत्य गोपाल दास
महंत नृत्य गोपाल दास का जन्म 11 जून 1938 को मथुरा में हुआ। वे अयोध्या के प्रमुख मंदिर, मणिराम दास की छावनी के पीठाधीश्वर हैं और राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष भी हैं, जिसे 1993 में विश्व हिंदू परिषद ने स्थापित किया था। महंत नृत्य गोपाल दास कई दशकों से राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय हैं। 2001 में उनके ऊपर और उनके शिष्यों पर बम से हमले हुए, जिसमें वे मामूली चोटों के साथ बच गए। उन्हें 2003 में राम जन्मभूमि न्यास का प्रमुख नियुक्त किया गया।

Also Read