उत्तर प्रदेश टाइम्स News Impact : सामूहिक विवाह फर्जीवाड़े में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का बाबू भी गिरफ्तार, अब तक 17 गए जेल 

सोशल मीडिया | मनियर में 25 जनवरी को सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ था।

Feb 07, 2024 08:11

मनियर इंटर कॉलेज में चार ब्लॉकों बांसडीह, मनियर, रेवती व बेरुआरबारी के करीब 568 लाभार्थियों का विवाह कराया गया था। इसके बाद सामूहिक विवाह में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया था।

Ballia News : जिले के मनियर में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के मामले में मंगलवार को पुलिस ने पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के एक बाबू को गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश टाइम्स ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद कार्रवाई शुरू हुई थी। इस मामले में अब तक 17 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।

क्या था मामला
मनियर इंटर कॉलेज में चार ब्लॉकों बांसडीह, मनियर, रेवती व बेरुआरबारी के करीब 568 लाभार्थियों का विवाह कराया गया था। इसके बाद सामूहिक विवाह में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया था। जिला समाज कल्याण विभाग अधिकारी दीपक श्रीवास्तव की तहरीर पर मनियर पुलिस ने एक एडीओ (समाज कल्याण) व आठ अपात्र लाभार्थियों यानि कुल नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज किया था।

इन पर हुई कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में साजिश व अन्य कई धारा की बढ़ोत्तरी करते हुए बांसडीह के एडीओ (समाज कल्याण) भानुप्रताप, मनियर के सुनील यादव, जिला समाज कल्याण विभाग के पटल सहायक रविंद्र गुप्ता व 13 बिचौलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जांच करने पर पता चला कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के वरिष्ठ सहायक व गाजीपुर नगर कोतवाली के तुलसी नगर कॉलोनी निवासी वीरेंद्र श्रीवास्तव की भूमिका इस मामले में है। इसके बाद पुलिस ने उसे भी पकड़ लिया। वीरेंद्र भी पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग में शादी अनुदान का काम देखता था।

अधिकारियों से पूछताछ
मनियर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के दौरान जिला समाज कल्याण विभाग का प्रभार पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजीव यादव के पास था। मामले की जांच करने वाली क्राइम ब्रांच की टीम ने मंगलवार को राजीव यादव से पूछताछ की। टीम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपक श्रीवास्तव से भी बातचीत की।

वीडियो में क्या 
बलिया का मनियर ब्लॉक में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था। इस दौरान कई वीडियो वायरल हुए। इसमें बिना दूल्हों के ही दुल्हनें अपने ही गले में वरमाला डालती दिखाई दे रही थी। इसकी जानकारी मिलते ही लखनऊ तक हड़कंप मच गया। जांच शुरू हुई तो पता चला कि सैकड़ों युवतियों को फर्जी तरीके से वहां दुल्हन बनाकर लाया गया था। इसके बाद गिरफ्तारी और निलंबन का दौर शुरू हो गया।
 

Also Read