महर्षि भृगु की तपोस्थली पर लगने वाला ददरी मेला इस बार सबसे अलग होगा। भृगु मुनि के शिष्य दर्दर मुनि के नाम पर लगने वाले ददरी मेले में पशु मेला एवं मीना बाजार की परंपरा चली आ रही है। इस बार मेले को व्यापक रूप देने की तैयारी चल रही है। पशु मेला एक नवंबर से आरंभ हो गया है। इसमें गीर नस्ल की गाय के साथ देशी व विदेशी कुत्ते, पक्षी व कीमती दूधारू पशु चार चांद लगाएंगे। जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर ने पशु मेला के लिए भूमि का चिन्हांकन पूर्ण कर शुरू करा दिया है।