बलिया में सामूहिक विवाह योजना में बड़ा खेल : अफसरों ने बिना दूल्हे के ही करा दी शादी, दुल्हन खुद अपने गले में डाल रही थीं जयमाला

UPT | मनियर में 25 जनवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का आयोजन हुआ।

Jan 31, 2024 22:32

जिले के मनियर में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को लेकर जमकर किरकिरी हो रही है। रामपुर, घाटमपुर, छितौनी आदि कई गांवों की ऐसी कन्याओं को बुलाया गया था जिनकी शादी, एक या दो वर्ष पहले हो चुकी है।

Ballia News : बलिया जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां बिना दूल्हे की ही अफसरों ने दुल्हनों की शादी करा दी। इसका वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तर प्रदेश टाइम्स के पास पहुंचा, जिसे अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया गया है।
वायरल वीडियो में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में दुल्हनें खुद ही अपने गले में वरमाला डालती दिखाई दे रही हैं। और तो और इन दुल्हनों में कई पहले से शादीशुदा भी हैं। यही नहीं कई नाबालिग किशोर भी इस दौरान दूल्हे बने बैठे हैं और वह भी खुद अपने गले में वरमाला डाल रहे हैं। 

सामूहिक विवाह योजना की हो रही किरकिरी
जिले के मनियर में 25 जनवरी को आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को लेकर जमकर किरकिरी हो रही है। रामपुर, घाटमपुर, छितौनी आदि कई गांवों की ऐसी कन्याओं को बुलाया गया था जिनकी शादी, एक या दो वर्ष पहले हो चुकी है। यहां तक कि मुस्लिम कन्याओं को फेरे दिलवा दिए गए थे। इसमें 568 जोड़ों की शादी का दावा किया गया है। हालांकि योजना से संबंधित धनराशि अभी कन्याओं के खाते में हस्तांतरित नहीं की गई है। सीडीओ ओजस्वी राज ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। कमेटी ने गांवों में जाकर जांच भी शुरू कर दी है। फर्जी लाभार्थियों के खिलाफ समाज कल्याण अधिकारी की ओर से मनियर थाने में तहरीर भी दी गई है।

भ्रष्टाचार की शिकार हो रही यह योजना
समाज कल्याण विभाग से संचालित शादी अनुदान योजना की तरह धीरे-धीरे मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना भी भ्रष्टाचार का शिकार होने लगी है। हालांकि सरकार की ओर से इस वर्ष आवेदन से लेकर धन जारी करने तक की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है। इसके बावजूद इसमें धांधली करने वाले बाज नहीं आ रहे। प्रति लाभार्थी 16 हजार की धनराशि विभाग की ओर से खर्च की जाती है। इसमें 10 हजार रुपये दंपति को उपहार देने पर और 6 हजार की धनराशि आगंतुकों के खाने-पीने आदि पर खर्च की जाती है। 35 हजार कन्या के खाते में हस्तांतरित किए जाते हैं। 17 जनवरी को बेल्थरारोड में हुए सामूहिक विवाह के दौरान उपहार में घालमेल को लेकर हंगामा हुआ था। 

पांच सौ से एक हजार रुपये में लगाया गया थो दुल्हनों को 
सूत्रों के मुताबिक विवाह समारोह में पांच सौ से एक हजार रुपये देकर कई दुल्हनों और दूल्हों को बैठाया गया था। दुल्हनों ने घूंघट और दूल्हों ने पहचान छिपाने के लिए गमछा व मास्क से मुंह ढंक रखा था। मंत्रोचार के बाद कई महिलाएं दूल्हे की बजाय खुद माला डालतीं नजर आ रही हैं। ग्राम प्रधानों का कहना है कि गांव की महिलाओं का चयन तो किया गया लेकिन इसकी जानकारी हम लोगों को नहीं दी गई। ब्लॉक प्रधान संघ के अध्यक्ष सत्येंद्र पाठक ने बताया कि मनियर इंटर कॉलेज में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में 90 प्रतिशत फर्जीवाड़ा हुआ है। कई महिलाएं व लड़कियां वरमाला अपने हाथ से अपने गले में डाल रही थीं। यहां तक कि कई ने सिंदूरदान के समय में भी घूंघट नहीं उठाया। मनियर के ब्लॉक के बीडीओ इरशाद अहमद का कहना है कि सामूहिक विवाह समारोह में कुछ वर की अनुपस्थिति में कुछ दुल्हनों के द्वारा खुद वरमाला डालने का वीडियो वायरल हो रहा है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव कुमार यादव के अनुसार सामूहिक विवाह में शादी-शुदा लोगों के शामिल होने की जानकारी नहीं है। 

ऑडिट ने भी पकड़ी थी गड़बड़ी
वर्ष 2019-20 से 2021-22 के बीच हुई ऑडिट में सामूहिक विवाह में धांधली की बात सामने आई। सामूहिक विवाह योजना में भारी संख्या में आधार कार्ड के सत्यापित न होने के कारण समपरीक्षा दल ने रेवती ब्लॉक के उदहां में जाकर लाभार्थियों का सत्यापन किया और उनके बयान दर्ज किए। उदहां व अन्य गांव में किसी की वर्षों पहले की शादी निकली तो किसी के कई बच्चे मिले, लेकिन यह रिपोर्ट कहां गई कोई नहीं बता रहा।

क्या बोले अफसर 
सीडीओ ओजस्वी राज ने बताया कि शादी के लिए जोड़ों के सत्यापन का कार्य ब्लाक स्तरों पर किया गया है। पूरे मामले की जांच कमेटी गठित की गई है। 23 टीमें ब्लाकवार मामले की जांच कर रही हैं। गड़बड़ी या संलिप्तता पाए जाने पर लाभार्थियों के साथ सत्यापन करने वालों पर कार्रवाई होगी। फिलहाल भुगतान को रोक दिया गया है।
 

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