जाम से मुक्ति के लिए बनेगा अंडरपास : बलिया में रेलवे क्रॉसिंग होगा बंद, ओवरब्रिज के नीचे दुकानों को तोड़ने का काम शुरू  

UPT | बलिया में जाम से मुक्ति के लिए बनेगा अंडरपास, लोगों को जाम से मिलेगी मुक्ति।

Dec 09, 2024 19:56

बलिया शहर में जल्द ही जाम की समस्या से निजात मिलेगी। चित्तू पांडेय चौराहे पर क्रॉसिंग को बंद कर अंडरपास का निर्माण होगा। निर्माण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अगले कुछ दिनों में कार्य शुरू होने का अनुमान है। दुकानों को तोड़ा जा रहा है।

Ballia News : बलिया शहर के चित्तू पांडेय चौराहे पर आने वाली जाम की समस्या को खत्म करने के लिए जल्द ही एक बड़ा कदम उठाया जाएगा। यहां पर स्थित रेलवे क्रॉसिंग को बंद कर उस स्थान पर अंडरपास का निर्माण किया जाएगा। इस योजना का कार्य अब गति पकड़ चुका है और अगले कुछ दिनों में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, ओवरब्रिज के नीचे पूरब दिशा में स्थित दुकानों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है, जिससे अंडरपास के निर्माण के लिए रास्ता तैयार किया जा सके।



दुकानों का ध्वस्तीकरण जारी
जिला प्रशासन ने रेलवे बाउंड्री से सटे सभी दुकानों को जेसीबी से जमींदोज करने का कार्य शुरू कर दिया है। यह कार्य तेजी से चल रहा है, जिससे निर्माण के लिए आवश्यक जगह तैयार हो सके। अंडरपास के निर्माण से क्रॉसिंग बंद होने के बाद हर माह रेलवे को गेटमैन और मेंटेनेंस के खर्चे में करीब एक लाख रुपये की बचत होगी, जो अब तक क्रॉसिंग के संचालन पर खर्च होते थे।

जाम की समस्या से मिलेगी निजात
चित्तू पांडेय चौराहे से गुजरने वाले लगभग सभी वाहन बाहरी क्षेत्रों से आते हैं। छपरा-वाराणसी रूट के दोहरीकरण के बाद, फेफना की तरफ से ट्रेन के आने पर क्रॉसिंग 25 से 30 मिनट के लिए बंद रहती है। जब दोनों तरफ से ट्रेन का आवागमन होता है, तो घंटों लंबा जाम लग जाता है। यह समस्या प्रतिदिन होती है और यात्रियों को इससे जूझना पड़ता है। अंडरपास बनने से रोडवेज, न्यायालय, सरकारी कार्यालयों के कर्मचारियों और अन्य लोगों को जाम से राहत मिलेगी।

अंडरपास के आकार और निर्माण की जानकारी
अंडरपास का निर्माण 150 मीटर लंबा और छह मीटर चौड़ा होगा। रेल पटरी से एक तरफ 80 मीटर और दूसरी तरफ 70 मीटर की दूरी होगी। अंडरपास का गहराई पांच मीटर और चौड़ाई छह मीटर होगी, जहां दोनों लेन पर वाहन चल सकेंगे। इस अंडरपास के निर्माण से न केवल जाम की समस्या हल होगी, बल्कि लोगों को सुरक्षित और तेज आवागमन का मौका मिलेगा।

निर्माण में आई रुकावटों का हल
अंडरपास के निर्माण की प्रक्रिया में पहले कुछ बाधाएं आई थीं। विशेष रूप से, न्यायालय के दूसरे परिसर और विशुनीपुर सब्जी मंडी के पास बनने के बाद जाम की समस्या को लेकर जिला जज ने इस पर संज्ञान लिया और त्रिस्तरीय समिति का गठन किया। इस समिति ने पीडब्ल्यूडी, जिला प्रशासन और रेल अधिकारियों को मिलाकर अंडरपास निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी। लखनऊ से ओवरब्रिज के नक्शे के साथ सर्वे करने के बाद रेल इंजीनियरों ने क्रॉसिंग के पास बने आवासीय भवनों को खतरे की स्थिति में पाया और इसके बाद अंडरपास को ब्रिज के पूरब दिशा में बनाने की सलाह दी। हालांकि, वहां मौजूद दुकानों के कारण योजना रुक गई थी, लेकिन डीएम प्रवीण कुमार ने जाम की समस्या को देखते हुए दुकानों को खाली करने और तोड़ने की प्रक्रिया को तेज किया, जिससे अब निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।

रेलवे अधिकारी की प्रतिक्रिया
पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि चित्तू पांडेय चौराहे के पास स्थित समपार के नीचे अंडरपास के निर्माण की प्रक्रिया अब शुरू कर दी गई है। इंजीनियरों ने स्थल का मुआयना कर लिया है, और जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। यह अंडरपास बलिया शहर की जाम की समस्या को हल करने में महत्वपूर्ण साबित होगा और इसके बनने से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि रेलवे के संचालन में भी आसानी आएगी। 

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