जम्मू के कुपवाड़ा में आतंकी हमला : बदायूं के जवान मोहित सिंह हुए शहीद, दो साल पहले हुई थी शादी

UPT | जम्मू के कुपवाड़ा में आतंकी हमला

Jul 27, 2024 18:42

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सीमा पर घुसपैठियों से लड़ते हुए उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के रहने वाले सेना के जवान मोहित सिंह शहीद हो गए। उनके बलिदान की खबर शनिवार को परिवार तक पहुंचाई गई...

Budaun News : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सीमा पर घुसपैठियों से लड़ते हुए उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के रहने वाले सेना के जवान मोहित सिंह शहीद हो गए। उनके बलिदान की खबर शनिवार को परिवार तक पहुंचाई गई। खबर सुनते ही शहीद जवान के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। दो साल पहले उनकी शादी हुई थी। मोहित सिंह मां-बाप के इकलौते बेटे थे।

शहीद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
शनिवार सुबह मच्छल सेक्टर में सेना को आतंकियों के होने की जानकारी मिली, जिसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला और कार्रवाई शुरू की। एक मुठभेड़ में आतंकवादियों के साथ झड़प के दौरान कई जवान घायल हो गए। इस्लामनगर क्षेत्र के सभानगर निवासी मोहित सिंह तीन बहनों के एकमात्र भाई थे। दो साल पहले उनकी शादी हुई थी, और उनके कोई संतान नहीं है। परिवार के सदस्यों के अनुसार, मोहित के एक मित्र ने उन्हें कॉल करके सूचना दी, और इसके बाद सेना की ओर से उनके बलिदान की जानकारी मिली। मोहित की पत्नी और बहनों की हालत बहुत ही दयनीय है और वे लगातार रो रही हैं।

कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में मुठभेड़ जारी
बताया जा रहा है कि शनिवार, 27 जुलाई की सुबह आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में एक मेजर रैंक के अधिकारी सहित तीन अन्य जवान घायल हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकवादी भी ढेर हुआ है। सेना ने बताया कि यह मुठभेड़ कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर के कामकारी क्षेत्र में स्थित एक अग्रिम पोस्ट पर चल रही है।
 
हाथरस के सुभाष चंद्र हुए थे शहीद
बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के साथ एक मुठभेड़ के दौरान हाथरस के जवान सुभाष चंद्र शहीद हो गए थे। सुभाष चंद्र सादाबाद तहसील के सहपऊ ब्लॉक के नगला मनी गांव के निवासी थे और उनके पिता का नाम माथुरा प्रसाद था। वे 7 जाट रेजीमेंट में तैनात थे। इस मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया, और कई जवान शहीद हुए, जिनमें सुभाष चंद्र भी शामिल थे। उन्होंने 2016 में सेना में भर्ती लिया था और 16 जुलाई को छुट्टी से ड्यूटी पर लौटे थे।

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