भारत के स्वतंत्रता संग्राम में बरेली का विशेष स्थान रहा है, जिसका एक महत्वपूर्ण अध्याय पंडित जवाहरलाल नेहरू से जुड़ा है। वर्ष 1936 में बरेली में आयोजित कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा प्रदान की। इस ऐतिहासिक अवसर पर पंडित नेहरू ने स्वतंत्रता सेनानियों में नया जोश भरते हुए ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संघर्ष का आह्वान किया।