बरेली में बड़ा फर्जीवाड़ा : मृत कारोबारी का बैंक में खाता खुलवाया, जमीन के एग्रीमेंट के लिए 20 लाख का लेनदेन, बेटी ने खोला राज

फ़ाइल फोटो | फाइल फोटो

Nov 13, 2024 14:10

बरेली में फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां पीलीभीत में हनुमान राइस मिल के मालिक अर्पित अग्रवाल और उनके सहयोगियों पर फर्जीवाडे़ की सारी हदें तोड़ने का आरोप है। उन्होंने एक साल पहले मृत व्यक्ति के नाम से एग्रीमेंट करवाया। इसके साथ ही एडीजी कानून व्यवस्था के सामने ...

Bareilly News : यूपी के बरेली में फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां पीलीभीत में हनुमान राइस मिल के मालिक अर्पित अग्रवाल और उनके सहयोगियों पर फर्जीवाडे़ की सारी हदें तोड़ने का आरोप है। उन्होंने एक साल पहले मृत व्यक्ति (मुर्दे) के नाम से एग्रीमेंट करवाया। इसके साथ ही एडीजी कानून व्यवस्था के सामने मुर्दे की जगह दूसरे व्यक्ति को खड़ा कर शिकायत कराई। यहां तक कि बैंक के अफसरों से साठगांठ कर बीओबी में मुर्दे के नाम पर खाता खुलवा लिया। इसमें 20 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन भी कर लिया।  लेकिन, मृतक की बेटी ने एसएसपी ऑफिस पहुंचकर पूरे फर्जीवाड़े की पोल खोल दी है। उसने राइस मिल मालिक की फ्रॉड कंपनी के सारे राज खोल दिए हैं। जिसके चलते एसएसपी ने एसपी सिटी को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

बेटी ने पेश किए साक्ष्य
मृतक की बेटी ने एसएसपी से पूरे मामले की शिकायत की। इसमें पिता का मृत्यु प्रमाणपत्र, बैंक खाते के स्टेटमेंट और अन्य दस्तावेजी साक्ष्य पेश किए। शहर के इज्जतनगर थाना क्षेत्र के जनकपुरी निवासी प्रियंका टंडन ने एसएसपी अनुराग आर्य को बताया कि उनके पिता संतोष टंडन की 6 नवंबर, 2003 को मौत हो गई थी। उन्होंने अपने जीवनकाल में ही सारी जमीन बेच दी। मगर, राइस मिलर अर्पित अग्रवाल और उनके साथियों ने 10 सितंबर 2024 को उनके पिता के नाम पर एक फर्जी व्यक्ति के साथ जमीन का एग्रीमेंट करा लिया। प्रियंका ने बैंक ऑफ बड़ौदा की श्यामगंज शाखा में उनके पिता के नाम पर फर्जी खाता खोलकर उसमें 20 लाख रुपये का लेनदेन करने का भी आरोप लगाया।


सात करोड़ की जमीन का विवाद
शहर के मॉडल टाउन निवासी कारोबारी एवं सिद्धि विनायक अस्पताल के निदेशक चरन कंवल जीत सिंह और पीलीभीत के राइस मिलर अर्पित अग्रवाल के बीच इज्जतनगर में स्थित सात करोड़ रुपये की कीमत के 10 हजार वर्ग गज जमीन को लेकर विवाद है। आरोप है कि इस जमीन को संतोष टंडन ने अपने जीवनकाल में बेच दिया था। उनकी मृत्यु 6 नवंबर 2003 को हो चुकी थी। चरन कंवल जीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्हें 6 अक्टूबर को एक व्हाट्सएप कॉल पर जमीन छोड़ने की धमकी दी गई। जांच में सामने आया कि कॉल पीलीभीत के थाना सुनगढ़ी के गांव रूपपुर कमालू निवासी रंजीत यादव के फोन से की गई थी। वह राइस मिलर अर्पित अग्रवाल का ड्राइवर है। बारादरी पुलिस ने 8 अक्टूबर को रंजीत का शांतिभंग में चालान कर दिया। इसके साथ ही अर्पित अग्रवाल को नोटिस जारी किया था। इस मामले में पुलिस चार्ज शीट की तैयारी में है। एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यस के आदेश पर बरेली एसपी सिटी मानुष पारीक इस मामले की जांच कर रहे हैं। 

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बेटी की शिकायत भी जांच में शामिल
मृतक की बेटी प्रियंका टंडन की शिकायत भी इसी जांच का हिस्सा हो गई है। हालांकि, वह शिकायत अर्पित अग्रवाल के पक्ष की ओर से चरन कंवल जीत सिंह के खिलाफ की गई थी। इसमें चरन कंवल जीत सिंह ने बयान देते हुए संतोष टंडन का मृत्यु प्रमाणपत्र भी प्रस्तुत किया था। पीलीभीत शहर के मोहल्ला डोरी लाल निवासी हनुमान राइस मिल के मालिक अर्पित अग्रवाल, शाहजहांपुर के पुरुषोत्तम गंगवार, बीसलपुर के अंकुर कुमार जायसवाल, राजकुमार, और ओमप्रकाश अपने ही जाल में फंसते जा रहे हैं। पूरी कहानी उल्टी हो गई है। माना जा रहा था कि अर्पित अग्रवाल के एग्रीमेंट कैंसिल करवा देने से मामला ठंडा पड़ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह मामला गरमाने लगा है। जिसके चलते फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।

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