सामूहिक शादी में उपहार विवाद पर डीएम ने दी सफाई : पायल में 70 प्रतिशत चांदी, सब कुछ मानक के अनुरूप

UPT | प्रतिकात्मक तस्वीर

Nov 28, 2024 16:00

बस्ती जिले के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में हाल ही में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान उपहारों को लेकर विवाद उठ खड़ा हुआ। समारोह में प्रशासन द्वारा वितरित किए गए उपहारों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए...

Basti News : बस्ती जिले के राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में हाल ही में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह के दौरान उपहारों को लेकर विवाद उठ खड़ा हो गया। समारोह में प्रशासन द्वारा वितरित किए गए उपहारों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए गए। विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर ही जिलाधिकारी से शिकायत की, जिसमें उन्होंने उपहारों को नकली करार दिया। इसके बाद भाजपा के पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजते हुए आरोप लगाया कि जोड़ों को दिए गए उपहार बहुत ही घटिया गुणवत्ता के थे और आपूर्तिकर्ता ठेकेदार की भूमिका संदिग्ध दिखाई देती है।

उपहारों के गहन जांच की मांग
संजय प्रताप जायसवाल ने विशेष रूप से पायल और चांदी की बिछिया की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे। उन्होंने इन उपहारों के स्तर को अपर्याप्त और घटिया बताया और प्रशासन से इसकी गहन जांच की मांग की। उनका कहना था कि इस प्रकार की सामग्री का वितरण उपहार के रूप में नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह उम्मीदों और मानकों के विपरीत था।

डीएम ने दी सफाई
इस विवाद के बढ़ते असर को देखते हुए समाज कल्याण विभाग के अधिकारी प्रकाश पांडेय ने एक बयान जारी किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कुल 513 जोड़ों का विवाह कराया गया था। उपहार सामग्री की आपूर्ति के लिए यूपी डॉट एनआईसी के माध्यम से खुली निविदा प्रक्रिया द्वारा एक फर्म का चयन किया गया था। प्रकाश पांडेय ने यह भी बताया कि पायल और बिछिया की गुणवत्ता पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए, 20 नवंबर को इंडिया बुलियन रिफाइनरी, गांधीनगर में इन उपहारों का परीक्षण कराया गया था।

पायल-बिछिया मानकों के अनुरूप
समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि परीक्षण के दौरान पाया गया कि पायल और बिछिया में 70 प्रतिशत से अधिक चांदी थी, जो मानकों के अनुसार सही है। उन्होंने दावा किया कि उपहार सामग्री की गुणवत्ता पूरी तरह से मानकों के अनुरूप थी और संतोषजनक पाई गई। इसके बावजूद इस मुद्दे पर विवाद जारी है और कई स्थानीय लोग और संगठन प्रशासन से इस मामले की और जांच की मांग कर रहे हैं।

स्थानीय स्तर पर मुद्दे को लेकर असंतोष
हालांकि प्रशासन की ओर से उपहारों की गुणवत्ता को लेकर संतुष्टि व्यक्त की गई है, फिर भी स्थानीय स्तर पर इस मुद्दे को लेकर असंतोष बना हुआ है। लोग चाहते हैं कि प्रशासन पूरी पारदर्शिता के साथ इस मामले की और जांच करे ताकि उपहारों की गुणवत्ता पर उठे सवालों का सही तरीके से जवाब दिया जा सके।

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