झंडा फहराने के लिए पोल लगा रहे थे बच्चे : हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से झुलसे, डीएम ने अस्पताल पहुंचकर जाना हाल

UPT | डीएम ने अस्पताल पहुंचकर जाना हाल

Aug 15, 2024 20:58

सिद्धार्थनगर जिले के मोहाना थाना क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय बूढ़ा में तिरंगा झंडा लगाने के दौरान एक गंभीर दुर्घटना घटी। झंडा लगाने के लिए लगाए गए लोहे के पोल ने हाईटेंशन बिजली की तारों को छू लिया, जिससे चार स्कूली बच्चे बुरी तरह से झुलस गए।

Short Highlights
  • लोहे का पोल हाईटेंशन तार से टकराया
  • झंडा फहराने के लिए पोल लगा रहे थे बच्चे
  • डीएम ने अस्पताल जाकर की मुलाकात
Siddharth Nagar News : सिद्धार्थनगर जिले के मोहाना थाना क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय बूढ़ा में तिरंगा झंडा लगाने के दौरान एक गंभीर दुर्घटना घटी। झंडा लगाने के लिए लगाए गए लोहे के पोल ने हाईटेंशन बिजली की तारों को छू लिया, जिससे चार स्कूली बच्चे बुरी तरह से झुलस गए। घायलों को तत्काल निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें जिला चिकित्सालय भेजा गया। इलाज के बाद, चिकित्सकों ने पुष्टि की है कि बच्चे अब खतरे से बाहर हैं, लेकिन उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

लोहे का पोल हाईटेंशन तार से टकराया
घटना सुबह 10 बजे के करीब घटी जब बच्चे झंडा लगाने के लिए पोल को खड़ा कर रहे थे। विद्यालय परिसर से गुजर रहे हाईटेंशन तार से पोल का टकराव हुआ और चारों बच्चे करंट की चपेट में आ गए। घायल बच्चों में रामलाल, सूरज और अर्जुन के नाम सामने आए हैं, जबकि चौथे बच्चे का नाम अभी तक ज्ञात नहीं हो सका है। घटना के बाद, विद्यालय और गांव में मातम का माहौल छा गया और स्वतंत्रता दिवस की खुशी में अचानक कोहराम मच गया।

डीएम ने अस्पताल जाकर की मुलाकात
जिलाधिकारी राजा गणपति आर ने घटना की जानकारी मिलते ही जिला चिकित्सालय का दौरा किया और घायल बच्चों की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों को बेहतर इलाज के निर्देश दिए और बिजली विभाग के अधिकारियों को स्कूल परिसर से हाईटेंशन तार हटाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि यह हादसा विद्युत विभाग की लापरवाही का परिणाम है और जल्द से जल्द तार हटाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।

ग्रामीणों ने जताई थी आपत्ति
घटना के बाद, यह भी सामने आया कि विद्यालय भवन के निर्माण के समय गांव के निवासियों ने हाईवोल्टेज तार को लेकर आपत्ति जताई थी, लेकिन अधिकारियों ने उनकी बात नहीं सुनी। फिलहाल, चारों बच्चों का इलाज जारी है और स्थानीय प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक जांच और कार्रवाई शुरू कर दी है।

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