25-25 हजार के दो इनामी गिरफ्तार : सरकारी धान केंद्र पर 1 करोड़ 45 लाख रुपये का गबन करने का आरोप

UPT | सांकेतिक फोटो।

Sep 14, 2024 01:53

पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम ने मिलकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर सरकारी धान क्रय केंद्र से 1 करोड़ 45 लाख 14 हजार 765 रुपये के गबन का आरोप है।

Siddharthnagar News : पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम ने मिलकर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर सरकारी धान क्रय केंद्र से 1 करोड़ 45 लाख 14 हजार 765 रुपये के गबन का आरोप है। इन दोनों पर पहले से ही 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।

शिकायत के बाद शुरू हुई कार्रवाई
यह मामला 10 अगस्त को तब सामने आया जब मिठवल विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी प्रदीप कुमार ने शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया कि लगभग 80 लाख और 65 लाख की धान खरीदी में गड़बड़ी की गई है। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की, जिससे सरकारी धान क्रय केंद्र में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता का पता चला।

पहला आरोपी : अच्युतानंद मणि त्रिपाठी
जांच के दौरान, एसपी प्राची सिंह ने बताया कि अच्युतानंद मणि त्रिपाठी, जो मिठवल के नेउसा विकास खंड में धान क्रय केंद्र का प्रभारी था, ने किसानों से 10,340 क्विंटल धान खरीदा। लेकिन उसमें से केवल 6,885.650 क्विंटल धान ही मिल को भेजा गया, जबकि 3,454.350 क्विंटल धान का कोई हिसाब नहीं था। इस धान की कीमत ₹80,48,635 बताई जा रही है। आरोपी ने केवल 1 लाख जमा किया, जबकि शेष ₹79,48,635 रुपए उसने जमा नहीं किए।

दूसरा आरोपी: शिवानंद मणि त्रिपाठी
दूसरे आरोपी शिवानंद मणि त्रिपाठी ने भी ऐसी ही धांधली की। वह मिठवल के जीवा विकास खंड में धान क्रय केंद्र का प्रभारी था। उसने 10,031 क्विंटल धान खरीदा लेकिन मिल को केवल 7,170 क्विंटल धान ही भेजा। शेष 2,861 क्विंटल धान गायब था, जिसकी कीमत 66,66,130 आंकी गई। उसने भी 1 लाख जमा किए और बाकी 65,66,130 जमा नहीं किए।

बांसी थाने में मामला दर्ज
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ बांसी थाने में मामला दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपियों को अब पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है, जहां उनसे और पूछताछ की जाएगी। 

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