चित्रकूट जिला बार एसोसिएशन चुनाव में विवाद : बार काउंसिल ने 8 सदस्यों पर प्रैक्टिस पर रोक लगाई

UPT | बार काउंसिल ने 8 सदस्यों के प्रैक्टिस पर रोक लगाई

Dec 26, 2024 00:36

1 दिसंबर को चित्रकूट जिला बार एसोसिएशन के चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी। लेकिन चुनावी प्रक्रिया के दौरान अधिवक्ताओं ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और अन्य अनियमितताओं की शिकायत बार काउंसिल से की।

Chitrakoot News : चित्रकूट जिला बार एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव ने अब गंभीर विवाद का रूप ले लिया है। बार काउंसिल ऑफ यूपी द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर पहले ही रोक लगाने के बावजूद एल्डर्स कमेटी और चुनाव कमेटी ने नियमों की अनदेखी करते हुए चुनाव आयोजन किया। इस पर बार काउंसिल ने कड़ी कार्रवाई करते हुए एल्डर्स कमेटी और चुनाव कमेटी के 8 सदस्यों को प्रैक्टिस पर प्रतिबंध लगा दिया है।

यह है मामला
1 दिसंबर को चित्रकूट जिला बार एसोसिएशन के चुनाव की अधिसूचना जारी की गई थी। लेकिन चुनावी प्रक्रिया के दौरान अधिवक्ताओं ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और अन्य अनियमितताओं की शिकायत बार काउंसिल से की। इसके बाद बार काउंसिल ने चुनाव पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद एल्डर्स कमेटी ने राजापुर और मानिकपुर तहसील के अधिवक्ताओं को नियमों के विपरीत जिला बार एसोसिएशन का मतदाता बना दिया और चुनाव प्रक्रिया को जारी रखा।



मतगणना के दौरान हंगामा
चुनाव की मतगणना के दौरान भी विवाद उत्पन्न हुआ। अधिवक्ताओं ने चुनाव को असंवैधानिक बताते हुए हंगामा किया। हालांकि, मतगणना पूरी हुई और अशोक गुप्ता ने 9 वोटों से जीत दर्ज की, लेकिन विरोध कर रहे अधिवक्ताओं ने उन्हें जीत का प्रमाणपत्र देने से रोकते हुए कार्यालय में ताला लगा दिया।

बार काउंसिल की सख्त कार्रवाई
बार काउंसिल ने इसे गंभीर मामला मानते हुए एल्डर्स कमेटी और चुनाव कमेटी के 8 सदस्यों पर प्रैक्टिस पर रोक लगा दी है। साथ ही उन्हें 5 जनवरी को स्पष्टीकरण देने के लिए तलब किया गया है। अधिवक्ताओं का आरोप है कि चुनाव में पैसे बांटकर और फर्जी मतदाता सूची तैयार करके अशोक गुप्ता ने जीत हासिल की। अधिवक्ता सुरेश तिवारी ने कहा कि यह चुनाव पूरी तरह से नियमों के खिलाफ हुआ है। हम इसे नहीं मानते। वहीं  सुरेश प्रभु ने कहा कि जीते हुए प्रत्याशी ने अनैतिक तरीके से चुनाव जीता है। यह बार की गरिमा के खिलाफ है।

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