पाठा क्षेत्र के इस गांव में रोजगार के संसाधनों की भारी कमी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ना तो यहां कोई बड़ी फैक्ट्री है और ना ही कोई उद्योग। मजदूरी से भी घर का खर्चा नहीं चल पाता, जिसके चलते गांव के अधिकांश लोग अपने परिवार की परवरिश के लिए अन्य राज्यों में कमाने के लिए जा चुके हैं।