Chitrakoot News : चित्रकूट में रोजगार की कमी से आदिवासी गांवों में पलायन की मार, गांव में तालेबंदी

UPT | गांव में तालेबंदी।

Sep 14, 2024 03:14

पाठा क्षेत्र के इस गांव में रोजगार के संसाधनों की भारी कमी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ना तो यहां कोई बड़ी फैक्ट्री है और ना ही कोई उद्योग। मजदूरी से भी घर का खर्चा नहीं चल पाता, जिसके चलते गांव के अधिकांश लोग अपने परिवार की परवरिश के लिए अन्य राज्यों में कमाने के लिए जा चुके हैं।

Chitrakoot News: चित्रकूट जिले के आदिवासी बहुल गांव खिचरी में रोजगार की कमी एक विकराल समस्या बन चुकी है। गांव के अधिकतर घरों में ताले लटकते हुए दिखाई देते हैं, क्योंकि रोजी-रोटी की तलाश में यहां के लोग मजबूरी में अन्य प्रदेशों की ओर पलायन कर चुके हैं।    पाठा क्षेत्र का हाल
पाठा क्षेत्र के इस गांव में रोजगार के संसाधनों की भारी कमी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ना तो यहां कोई बड़ी फैक्ट्री है और ना ही कोई उद्योग। मजदूरी से भी घर का खर्चा नहीं चल पाता, जिसके चलते गांव के अधिकांश लोग अपने परिवार की परवरिश के लिए अन्य राज्यों में कमाने के लिए जा चुके हैं।   बच्चों के भविष्य पर संकट
गांव में पलायन की इस समस्या से न केवल परिवार बिखर रहे हैं, बल्कि बच्चों की शिक्षा और भविष्य भी अनिश्चित हो गया है। गांव के एक निवासी का कहना है कि उनके बच्चे अच्छी शिक्षा नहीं ले पा रहे हैं, क्योंकि उन्हें बार-बार नए स्थानों पर जाना पड़ता है। इस वजह से पढ़ाई अधूरी रह जाती है और वे भी अशिक्षित रह जाते हैं।   सरकारी मदद की दरकार
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यूपी सरकार को इस क्षेत्र पर विशेष ध्यान देना चाहिए। अगर यहां रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएं और मजदूरों को उनके ही गांव में काम मिले, तो पलायन को रोका जा सकता है।

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