पुलिस स्मृति दिवस : 11 सालों से न्याय के लिए भटक रहा मृतक उपनिरीक्षक का बेटा, परिवार समेत आत्मदाह की दी चेतावनी

UPT | ज्ञापन देने जाता मृतक आश्रित का परिवार

Oct 21, 2024 18:26

पुलिस स्मृति दिवस पर मृतक आश्रित का बेटा अपनी नौकरी मांगने की गुहार लगाता हुआ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गया l मृतक आश्रित का आरोप है कि प्रार्थी को पिछले 11 वर्षों से पुलिस विभाग चक्कर लगवा रहा है पर सेवायोजन नहीं कर रहा है

Short Highlights
  • हमीरपुर में मनाया गया पुलिस स्मृति दिवस 
  • मृतक आश्रित के बेटे ने जताई चिंता
  • सेवायोजन न होने पर परिवार समेत आत्मदाह की चेतावनी
Hamirpur News : यूपी के हमीरपुर जिले में पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर एक मृतक आश्रित का बेटा नौकरी की मांग के लिए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। उसने आरोप लगाया कि पिछले 11 सालों से पुलिस विभाग उससे चक्कर लगवा रहा है, लेकिन अभी तक उसकी सेवायोजन नहीं किया गया है। उसके पिता की मृत्यु 2014 में और माता की 2019 में हुई थी, जिसके बाद चार बच्चों और पत्नी के परिवार के भरण-पोषण की स्थिति कठिन हो गई है। अब वह सेवायोजन जल्द न होने की स्थिति में वो आत्महत्या करने को मजबूर है।
ड्यूटी के दौरान हुई थी पिता की मौत दरअसल, प्रदेश में आज पुलिस महकमा पुलिस स्मृति दिवस मनाते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। इस अवसर पर एक परिवार 11 सालों से पुलिस विभाग की लापरवाही का सामना कर रहा है। पीड़ित के पिता 2014 में चित्रकूट जिले में पुलिस महकमे में तैनात थे, जहां उनकी ड्यूटी विधानसभा सुरक्षा में लगी थी। अचानक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उनकी मृत्यु हो गई। 


पुलिस विभाग लगवा रहा चक्कर यह पूरा मामला हमीरपुर जिले के रमेड़ी निवासी संजय सिंह से संबंधित है। संजय के पिता चित्रकूट जिले के थाना पहाड़ी में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात थे। उन्हें सुरक्षा कारणों से विधानसभा में सुरक्षा ड्यूटी पर लगाया गया था, जहां 2014 में उनकी तबियत बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 22 फरवरी को उनकी मृत्यु हो गई। संजय ने मृतक आश्रित सेवायोजन के लिए 9 अप्रैल 2014 को पुलिस अधीक्षक चित्रकूट को प्रार्थना पत्र दिया। हालांकि, प्रक्रिया में देरी के कारण अगस्त 2023 में उन्हें दौड़ परीक्षा के लिए बुलाया गया और वह फेल हो गए। इसके बाद संजय से नए पद के लिए सेवायोजन का प्रार्थना पत्र मांगा गया, लेकिन उन्हें बार-बार दौड़ने के लिए चक्कर कटवाए जा रहे हैं।
आत्मदाह की दी चेतावनी मृतक आश्रित संजय सिंह ने बताया कि पुलिस विभाग के 11 साल चक्कर लगाकर वह थक गया है। अब उसे कोई रास्ता नहीं दिखाई दे रहा है। प्रार्थी के ऊपर 4 बच्चों और पत्नी की जिम्मेदारी है, जिसकी वजह से वो मानसिक और शारीरिक रूप से टूट गया है। अगर एक माह के अंदर सुनवाई नहीं होती है, तो प्रार्थी परिवार सहित विधान भवन लखनऊ के सामने आत्मदाह कर लेगा।

ये भी पढ़ें- पुलिस की मौजूदगी में आरोपी से मारपीट : दो वार्ड बॉय पर मुकदमा दर्ज, एक गिरफ्तार

Also Read