अवैध पेड़ काटने का मामला : कॉलेज प्रिंसिपल पर बिना अनुमति कैंपस में लगे कीमती पेड़ों को काटने का गंभीर आरोप, जानें पूरा मामला

UPT | अवैध पेड़ काटने का आरोप।

Oct 26, 2024 00:00

चित्रकूट इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल पर अवैध रूप से हरे पेड़ों की कटाई का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि कॉलेज के प्रिंसिपल रणवीर सिंह चौहान ने बिना अनुमति के कॉलेज परिसर में लगे बेशकीमती पेड़ों को कटवाया।

Chitrakoot News : एक तरफ जहां प्रशासन पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए "पेड़ लगाओ अभियान" चला रहा है वहीं दूसरी ओर शहर के प्रतिष्ठित चित्रकूट इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल पर अवैध रूप से हरे पेड़ों की कटाई का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि कॉलेज के प्रिंसिपल रणवीर सिंह चौहान ने बिना अनुमति के कॉलेज परिसर में लगे बेशकीमती पेड़ों को कटवाया। इन पेड़ों में शीशम, सागवान और बंबूर जैसे महत्वपूर्ण और प्रतिबंधित श्रेणी के पेड़ शामिल हैं।


वन विभाग की टीम ने रोकी कटाई, प्रिंसिपल को नोटिस जारी
जैसे ही वन विभाग को इस अवैध कटाई की सूचना मिली, उनकी टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर कटाई को रुकवाया। विभाग ने कॉलेज के प्रिंसिपल रणवीर सिंह चौहान को नोटिस जारी कर इस कार्रवाई के खिलाफ स्पष्टीकरण मांगा। वन विभाग के अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण करते हुए कहा कि मामले की जांच अभी जारी है। जांच पूरी होने के बाद, दोषी पाए जाने पर प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

डीएफओ का बयान, कठोर कार्रवाई की चेतावनी
चित्रकूट के डीएफओ (वन संरक्षक) एन. के. सिंह ने बताया, "जैसे ही हमें अवैध कटाई की जानकारी मिली, हमने तुरंत अपनी टीम को वहां भेजा। अगर जांच में प्रिंसिपल पर लगे आरोप सही साबित होते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी मामला दर्ज किया जाएगा और कड़ी सजा दी जाएगी।"

पर्यावरण प्रेमियों में आक्रोश
इस घटना ने शहर के पर्यावरण प्रेमियों को गहरी चिंता में डाल दिया है। जहां एक ओर प्रशासन और स्थानीय लोग पर्यावरण को संरक्षित करने के प्रयास कर रहे हैं, वहीं इस तरह की घटनाएं इन प्रयासों को नुकसान पहुंचा सकती हैं। शहर के निवासियों का कहना है कि इस प्रकार की अवैध कटाई पर्यावरण के लिए एक बड़ा खतरा है और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।

हरियाली बचाने के प्रयासों को पहुंचा धक्का
चित्रकूट में पेड़ लगाओ अभियान और पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न प्रयासों के तहत हजारों नए पौधे लगाए जा रहे हैं। प्रशासन का उद्देश्य शहर को हरियाली से भरपूर बनाना है, ताकि यहां की वायु गुणवत्ता बेहतर हो सके। लेकिन इस तरह की अवैध कटाई की घटनाएं इन सभी प्रयासों पर पानी फेर सकती हैं। पर्यावरण प्रेमियों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त निगरानी और कठोर दंड की जरूरत है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल न हो।

प्रशासन और जनता की नजरें जांच पर
अब सभी की नजरें वन विभाग की जांच पर टिकी हैं। शहर के लोगों को उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में निष्पक्ष जांच करेगा और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई करेगा। इस घटना ने एक बार फिर से पर्यावरण संरक्षण की जरूरत और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्ती से निपटने की आवश्यकता को उजागर किया है।

इस मामले के बाद यह भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या शहर में और भी कहीं अवैध पेड़ कटाई की घटनाएं हो रही हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। चित्रकूट के नागरिकों का कहना है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए सबको एकजुट होकर काम करना चाहिए और ऐसे मामलों के खिलाफ सख्त रुख अपनाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें। 

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