Gonda News : न्यायिक तहसीलदार का पेशकार खुलेआम मांग रहा घूस, वीडियो वायरल होने से हड़कंप

UPT | रिश्वत मांगते पेशकार सुरेंद्र कुमार।

Oct 30, 2024 09:23

गोंडा सदर तहसील में इस कदर भ्रष्टाचार फैला है कि न्यायिक सदर तहसीलदार के न्यायालय में तैनात पेशकार न्यायिक तहसीलदार के लिए खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहा है। न्यायिक सदर तहसीलदार अनीश सिंह के पेशकार सुरेंद्र कुमार...

Gonda News : गोंडा सदर तहसील में इस कदर भ्रष्टाचार फैला है कि न्यायिक सदर तहसीलदार के न्यायालय में तैनात पेशकार न्यायिक तहसीलदार के लिए खुलेआम रिश्वत की मांग कर रहा है। न्यायिक सदर तहसीलदार अनीश सिंह के पेशकार सुरेंद्र कुमार का प्रति फ़ाइल 100 रुपये मांगने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 

ये है पूरा मामला
वायरल वीडियो में पेशकार सुरेंद्र कुमार मुकदमा दायर करने आए व्यक्ति से कह रहे हैं कि 100 रुपये दीजिये। जब पीड़ित व्यक्ति ने पैसा देने से मना किया तो पेशकार ने कहा कि साहब को मुझे 100 रुपये प्रति फाइल देना पड़ता है। अगर आप नहीं देंगे तो मुझे अपने जेब से देना होगा। आप ऐसे पहले व्यक्ति हैं, जो 100 रुपये देने से मना कर रहे हैं। लोग आते हैं यहां पर 300-300 रुपये फाइल खुशी मन से देकर जाते हैं। अगर आप नहीं देंगे तो सबको हम अपनी जेब से दे देंगे। कोई बात नहीं है, आप फाइल को देखकर जाइए। जो और लोगों को यहां देना है, आप दे दीजिए। पेशकार के इस बात पर वाद दायर करने आए व्यक्ति ने रिश्वत देने से मना कर दिया। 

पहले भी लग चुके हैं आरोप
इस मामले में सदर एसडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। न्यायिक सदर तहसीलदार अनीश सिंह के ऊपर पहले भी इसी तरीके से भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। शासन द्वारा इनके खिलाफ जांच भी कराई गई थी। लेकिन, उसके बावजूद इनको गोंडा जिले में न्यायिक सदर तहसीलदार के पद पर तैनाती दी गई है। अनीश सिंह अपने कार्यालय में ना बैठकर जहां पर मुकदमों की फाइलें रखी जाती हैं, उस कमरे में बैठकर लोगों से रिश्वत की मांग करते हैं। जो रिश्वत देता है उसी का काम करते हैं। यह आरोप हम नहीं, बल्कि खुद गोंडा के अधिवक्ता न्यायिक सदर तहसीलदार पर लगा रहे हैं।

क्या कहते हैं एसडीएम
एसडीएम सदर अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि अगर इस तरीके से किया गया है तो इसकी जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। कोई भी कर्मचारी किसी भी व्यक्ति से रिश्वत की मांग नहीं कर सकता है।

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