बहराइच के महाराजगंज हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई : पुलिस अधीक्षक ने 29 पुलिसकर्मियों को किया लाइन हाजिर, सुरक्षा पर सख्ती के निर्देश

फ़ाइल फोटो | पुलिस अधीक्षक बहराइच वृंदा शुक्ला

Oct 28, 2024 22:02

यह कार्रवाई 13 अक्टूबर को हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद की गई। इस घटना में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी...

Bahraich News : बहराइच जिले के महाराजगंज इलाके में धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने हरदी और रामगांव थानों के कुल 29 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है, जिसमें हेड कांस्टेबल और सिपाही शामिल हैं। इन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने के पीछे प्रशासन का उद्देश्य लापरवाही को खत्म कर लोगों के बीच विश्वास को फिर से स्थापित करना है।

धार्मिक जुलूस के दौरान हुई थी हिंसा, युवक की गोली लगने से मौत
यह घटना 13 अक्टूबर को महाराजगंज इलाके में एक धार्मिक जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद की है। इस हिंसा में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी, जिसके बाद अगले दिन, 14 अक्टूबर को इलाके में तनाव का माहौल बन गया और आगजनी तथा तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं। आक्रोशित भीड़ ने कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया, जिससे इलाके में भय का माहौल बन गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई, लेकिन घटना के बाद से ही प्रशासनिक कार्रवाई का दौर जारी है।



पहले भी हो चुकी थी उच्च अधिकारियों पर कार्रवाई
इस घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए क्षेत्र के उच्च अधिकारियों पर भी सख्त कदम उठाए। इस क्रम में सीओ, थानाध्यक्ष, चौकी इंचार्ज और तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई की गई। अब पुलिस अधीक्षक ने 29 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर मामले में लापरवाही के प्रति प्रशासन की गंभीरता को दर्शाया है। इस आदेश के तहत हरदी थाने के 14 और रामगांव थाने के 15 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। 

नई तैनाती से सुरक्षा में सुधार का प्रयास
इन 29 पुलिसकर्मियों के स्थान पर पुलिस लाइन से 13 पुलिसकर्मियों को हरदी थाने में और 16 को रामगांव थाने में नई तैनाती दी गई है। इस नई तैनाती का उद्देश्य इलाके में पुलिस उपस्थिति को और प्रभावी बनाना तथा सुरक्षा को पुनः स्थापित करना है। 

गहन जांच जारी, सुरक्षा सर्वोपरि
डीआईजी और अन्य उच्च अधिकारियों ने मामले की गहन जांच का आश्वासन दिया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि किसी भी प्रकार की असुरक्षा या अनियंत्रित स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा, ताकि नागरिकों को सुरक्षा का आश्वासन दिया जा सके। 

पुलिस महकमे में हड़कंप, प्रशासन सख्ती के मूड में
डीआईजी की इस कड़ी कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों को अब यह संदेश साफ कर दिया गया है कि नागरिकों की सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक सहन नहीं की जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है। पुलिस अधीक्षक ने निर्देश दिए हैं कि लाइन हाजिर किए गए पुलिसकर्मी तत्काल पुलिस लाइन में अपनी आमद दर्ज कराएं और सख्त नियमों का पालन करें। 

नागरिकों के बीच विश्वास बहाली की कोशिश
इस मामले में पुलिस प्रशासन अब नागरिकों के बीच विश्वास बहाली का प्रयास कर रहा है। अधिकारी नागरिकों को आश्वस्त कर रहे हैं कि उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है और किसी भी प्रकार की अनियमितता या हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन का मानना है कि सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल अधिकारियों की जिम्मेदारी है, बल्कि इसके माध्यम से समाज में शांति और कानून व्यवस्था को बहाल किया जा सकता है।

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