सपा कार्यकर्ता सड़क पर उतरे : 22 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट तक मार्च निकाला, राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा

UPT | मागों को लेकर प्रदर्शन करते सपा कार्यकर्ता।

Nov 19, 2024 19:08

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तख्तियां और पार्टी के झंडे लेकर प्रदर्शन किया। युवाओं को रोजगार और किसानों को खाद की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग की, साथ ही प्रशासन से त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया।

Gonda News : गोंडा जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने विभिन्न मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सपा के पूर्व प्रत्याशी सूरज सिंह और पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में गोंडा सपा कार्यालय से शुरू होकर कलेक्ट्रेट तक पहुंचा। 



प्रदर्शन के मुख्य मुद्दे
प्रदर्शनकारियों ने बेरोजगारी, किसानों की समस्याएं, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और सरकारी कार्यालयों में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने "बीजेपी सरकार मुर्दाबाद", "युवाओं को रोजगार दो", और "किसानों को खाद दो" जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने जिले में संजय सेतु पुल के निर्माण, सरयू करनैलगंज पुल की मांग और ओवर-अंडरपास के निर्माण पर जोर दिया।

22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा 
सपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर एडीएम आलोक कुमार को राज्यपाल को संबोधित 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा। उनकी मुख्य मांगों में बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना, किसानों को खाद की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना, सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज की व्यवस्था करना और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाना शामिल हैं। 

सुरक्षा के कड़े इंतजाम
प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे। गोंडा से कलेक्ट्रेट तक प्रदर्शनकारियों के मार्ग में पुलिस बल तैनात था। हालांकि, प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा और किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।

सपा नेताओं ने कहा 
पूर्व सपा प्रत्याशी सूरज सिंह ने कहा, "प्रदेश सरकार ने युवाओं को रोजगार देने और किसानों की समस्याओं को हल करने का वादा किया था, लेकिन अब तक हालात में कोई सुधार नहीं हुआ है।" पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा, "हमारी 22 सूत्रीय मांगें राज्यपाल तक पहुंचाई गई हैं। यदि सरकार ने इन मांगों को पूरा नहीं किया, तो हम बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।"

आगे की रणनीति
सपा कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि वे अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो प्रदर्शन और अधिक व्यापक स्तर पर होगा। यह प्रदर्शन सपा के संगठित प्रयासों और जनता से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित था, जिससे जिला प्रशासन पर उनकी मांगों को पूरा करने का दबाव बढ़ा है। 

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