बड़ा खुलासा : देवरिया में फर्जी अंकपत्र के सहारे नौकरी करने वाला एक और शिक्षक गिरफ्तार, एसटीएफ ने की कार्रवाई  

UPT | देवरिया।

Apr 28, 2024 00:21

गोरखपुर जिले के गगहा थाना क्षेत्र के मामखोर गांव निवासी राजीव शुक्ला पुत्र उमा शंकर शुक्ला की वर्ष 2008 में सहायक शिक्षक के पद पर तैनाती हुई। कुछ वर्षों बाद नियमित प्रोन्नति के आधार पर सहायक शिक्षक से प्रधानाध्यापक बन गया।

Deoria News : देवरिया में एक और फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ ने फर्जी अंक पत्रों के सहारे शिक्षक की नौकरी करने वाले को एसटीएफ ने उसके विद्यालय से पकड़ है। एसटीएफ की तहरीर पर भलुअनी पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

क्या है पूरा मामला 
गोरखपुर जिले के गगहा थाना क्षेत्र के मामखोर गांव निवासी राजीव शुक्ला पुत्र उमा शंकर शुक्ला की वर्ष 2008 में सहायक शिक्षक के पद पर तैनाती हुई। कुछ वर्षों बाद नियमित प्रोन्नति के आधार पर सहायक शिक्षक से प्रधानाध्यापक बन गया। उसकी तैनाती भलुअनी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बारा मुकुंद में हो गई। एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट ने जब राजीव शुक्ला के प्रमाण पत्रों की जांच की तो 10वीं और 12वीं के शैक्षिक प्रमाण पत्र फर्जी निकले। राजीव शुक्ला ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्रों के सहारे बीटीसी करने के बाद प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक बन गया। गोरखपुर एसटीएफ यूनिट के इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश सिंह ने अपनी टीम के साथ प्राथमिक विद्यालय बारा मुकुंद में पहुंचे और आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
फर्जीवाड़ा कर शिक्षक की नौकरी हासिल करने वाले आरोपी राजीव शुक्ल ने एसटीएफ की पूछताछ में फर्जीवाड़े की बात स्वीकार कर ली। उसने 10वीं और 12वीं के अंक पत्रों में हेरफेर की बात स्वीकार कर ली। एसटीएफ ने गिरफ्तार शिक्षक के विरुद्ध तहरीर देकर भलुअनी थाना मुकदमा दर्ज कराया। इस मामले में बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि फर्जी शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों की जांच एसटीएफ द्वारा की जा रही है। एक शिक्षक के पकड़े जाने की सूचना है। आरोपी शिक्षक को सस्पेंड किया जा रहा है।
 

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