Gorakhpur News : रेस्टोरेंट में मिले एक्सपायरी मसाले, फूड विभाग ने संचालक के खिलाफ जारी किया नोटिस

UPT | फूड विभाग ने रेस्टोरेंट में एकत्रित किए खाद्य नमूने

Dec 21, 2024 15:16

गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री के आदेश पर शुद्ध खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक बड़ी छापेमारी की...

Gorakhpur News : गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर शुद्ध खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक बड़ी छापेमारी की। सहायक आयुक्त खाद्य (द्वितीय) डॉ. सुधीर कुमार सिंह और मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी हितेंद्र मोहन त्रिपाठी की अगुआई में फूड विभाग की टीम ने लक्ष्मीपुर साकेत एनक्लेव स्थित ग्रीन इन रेस्टोरेंट पर जांच की। इस छापेमारी में टीम को 20 किलो से अधिक एक्सपायरी मसाले, टॉपिंग आदि मिले, जिनका उपयोग रेस्टोरेंट में किया जा रहा था। टीम ने तीन नमूने लेकर रेस्टोरेंट के संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

रेस्टोरेंट में एक्सपायरी डेट के मिले मसाले
गौरतलब है कि ग्रीन इन रेस्टोरेंट में पाए गए मसाले एक्सपायरी डेट के थे। इसके साथ ही रेस्टोरेंट संचालक द्वारा मांसाहारी और शाकाहारी पदार्थों को एक ही फ्रीजर में रखा गया था, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। टीम ने वहां से पनीर सॉस चटनी के नमूने भी लिए और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा। इसके अलावा, वहां इस्तेमाल किए गए तेल को बार-बार रिफ्रेश किया गया था, जो साफ तौर पर खाद्य सुरक्षा नियमों का उल्लंघन था।



आटा फैक्ट्री पर भी छापेमारी
इसके बाद, खाद्य सुरक्षा विभाग ने सहजनवा क्षेत्र के एक आटा फैक्ट्री पर भी छापेमारी की। वहां पाया गया कि विभिन्न कंपनियों के पैकिंग में आटे का उत्पादन किया जा रहा था, जो निर्धारित मानकों के खिलाफ था। विभाग ने वहां से नमूने भी एकत्र किए और उन्हें जांच के लिए भेज दिया। इसके साथ ही फैक्ट्री के निर्माण कार्य को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश जारी किया गया।

नमूनों की जांच रिपोर्ट आने पर होगी कार्रवाई
खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी ने बताया कि नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2006 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अभियान के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी नागेंद्र, कमल नारायण, आभा, प्रतिमा और नरेंद्र जैसे अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई। टीम ने सुनिश्चित किया कि खाद्य सामग्री के हर पहलू की जांच की जाए, ताकि आम जनता को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य पदार्थ मिल सकें।

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