Gorakhpur News : नागालैंड की छात्रा से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर जालसाजी, केरल जाएगी पुलिस... 

UPT | नागालैंड की छात्रा से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर जालसाजी।

Nov 19, 2024 10:29

मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में पढ़ने वाली नगालैंड की छात्रा को डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में जांच के लिए जिले की पुलिस केरल जाएगी। आंध्र प्रदेश और मऊ के खाताधारक के खाते में छात्रा से...

Gorakhpur News : मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमएमयूटी) में पढ़ने वाली नगालैंड की छात्रा को डिजिटल अरेस्ट करने के मामले में जांच के लिए जिले की पुलिस केरल जाएगी। आंध्र प्रदेश और मऊ के खाताधारक के खाते में छात्रा से जालसाजी के रुपये भेजे गए थे। रुपये को केरल के एक एटीएम से निकाला गया था। जांच में जालसाजी वाले मोबाइल नंबर का आईपी एड्रेस भी केरल आया है। पुलिस का मानना है कि इस केस से जुड़ी अहम जानकारी केरल से मिल सकती है।

आरोपियों का केरल कनेक्शन
कैंट पुलिस के अनुसार, मऊ के खाताधारक के खाते में चार हजार रुपये और आंध्र प्रदेश के व्यक्ति के खाते में 34 हजार रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। मऊ के खाताधारक स्वयं सहायता समूह चलाते हैं। उनका कहना है कि वह ट्रेडिंग करते हैं, इसके बदले लाभ के रूप में खाते में रुपये आए थे। पुलिस से यह भी बताया कि वह चार हजार रुपये वापस कर सकते हैं। फिलहाल, पुलिस बहुत जल्द मऊ जाकर बयान दर्ज करेगी। पुलिस के अनुसार, एक बड़ा गिरोह ऑनलाइन जालसाजी कर रहा है। सरगना तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं।

ये है पूरा मामला
छात्रा ने 12 अक्टूबर को केस दर्ज कराया है। उसने पुलिस को बताया कि वह नगालैंड के दीमापुर जिले की रहने वाली है। वर्तमान में एमएमएमयूटी में पढ़ाई कर रही है। 10 अक्टूबर को दिन में 11:30 बजे उसके मोबाइल फोन पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा-एसबीआई से बोल रहा हूं। आपने एक लाख रुपये लोन लिए हैं, जिसे जमा नहीं किया है। इस वजह से आप पर केस दर्ज कराया गया है। थोड़ी ही देर बाद वीडियो कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को हैदराबाद पुलिस का अफसर बताया। वर्दी में दिख रहे शख्स ने बताया कि उसके खिलाफ हैदराबाद के थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। फिर बेल के नाम पर छात्रा से 38 हजार 132 रुपये ले लिए गए। थोड़ी देर बाद फिर वीडियो कॉल की गई। उसने कहा कि तुम्हारे चेस्ट और आंख पर टैटू है, दिखाओ और धमकाकर कपड़े उतरवा दिए। इसके बाद फोटो खींच लिए। इसके बाद एक लाख रुपये की और मांग की जाने लगी।

क्या कहती है पुलिस
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि डिजिटल अरेस्ट मामले की गहरी जांच की जा रही है। पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं और मामले की पूरी जांच के लिए पुलिस की टीम केरल भेजी जाएगी। पुलिस का मानना है कि यह एक बड़ा ऑनलाइन जालसाजी गिरोह है, और उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, 

डिजिटल अरेस्ट की घटना से ऐसे बचें
एसपी सिटी ने बताया कि व्हाट्सएप पर अंजान कॉल को साइलेंट करके डिजिटल अरेस्ट जैसी घटना से बचा जा सकता है। एसपी सिटी ने बताया कि व्हाट्सएप एप खोलें। सेटिंग में जाएं। प्राइवेसी पर क्लिक करें। फिर कॉल पर क्लिक करें और साइलेंट अननोन कॉलर्स पर क्लिक करें। इसके बाद साइलेंस अननोल कॉलर्स ऑन पर क्लिक करते ही अंजान कॉल से मुक्ति मिल जाएगी। इस दौरान आपातकालीन कॉल आती है तो अननोन कॉलर्स को साइलेंट करने की सुविधा अस्थायी रूप से बंद हो जाएगी।

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