Maharajganj News : ऑक्सीजन की सुविधा से लैस हुआ सदर अस्पताल का एसएनसीयू वार्ड , नवजातों को मिलेगी बेहतर देखभाल

UPT | महाराजगंज जिला अस्पताल

Jan 19, 2025 09:25

महाराजगंज जिले के सदर अस्पताल में नवजात शिशु देखभाल इकाई (एसएनसीयू) को आक्सीजन की सुविधा से लैस कर दिया गया है, जिससे अब नवजात रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सकेगी। पहले केवल दो बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था थी, लेकिन अब सभी 32 बेड पर आक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे शिशुओं के इलाज में सुधार होगा।

Maharajganj News : महाराजगंज जिला अस्पताल में नवजात शिशुओं के इलाज के लिए विशेष नवजात शिशु देखभाल इकाई (SNCU) को ऑक्सीजन की सुविधा से लैस कर दिया गया है। अब इस अस्पताल की एसएनसीयू में 32 बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होगी, जो पहले केवल दो बेड पर ही उपलब्ध थी। यह कदम नवजात रोगियों के इलाज में सुधार लाने और उनकी स्वास्थ्य देखभाल को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। 

एसएनसीयू का विस्तार 
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से 30 मार्च 2016 को जिला अस्पताल में एसएनसीयू की शुरुआत की गई थी, जिसमें पहले 12 बेड थे। समय के साथ रोगियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए बेडों की संख्या को बढ़ाया गया और अब यह एसएनसीयू 32 बेड तक पहुंच चुका है। इसके बावजूद, यह इकाई अक्सर पूरी तरह से भर जाती है और अब ऑक्सीजन की सुविधा हर बेड तक पहुंचने से नवजात शिशुओं को और बेहतर इलाज मिल सकेगा।

ऑक्सीजन की सुविधा का महत्व 
इस नए बदलाव के साथ, हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा से नवजात शिशुओं को सांस संबंधित समस्याओं में राहत मिलेगी। ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे नवजातों के लिए यह सुविधा महत्वपूर्ण साबित होगी। इस सुविधा से नवजात शिशुओं के इलाज में गुणवत्ता में सुधार होगा, और उनका स्वास्थ्य जल्दी ठीक होगा। 

एसएनसीयू में इलाज और सावधानियां
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ए.पी. भार्गव ने बताया कि एसएनसीयू में विभिन्न प्रकार के नवजात शिशुओं का इलाज किया जाता है, जिनमें सांस की समस्या, जांडिस, कम वजन वाले बच्चे, समय से पहले जन्मे बच्चे और अविकसित शिशु शामिल हैं। उन्होंने बताया कि नवजात शिशुओं की सबसे अधिक बीमारियां तापमान में बदलाव से होती हैं, और इसीलिए एसएनसीयू वार्ड का वातानुकूलित माहौल उनके इलाज के लिए प्रभावी साबित होता है। 

डॉ. भार्गव ने यह भी बताया कि नवजात शिशुओं का इलाज करते समय चिकित्सकों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। सुनिश्चित तापमान में उपचार किए जाने से बच्चों की सेहत में सुधार होता है और वे जल्दी ठीक हो जाते हैं।

नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी का प्रयास
इस कदम का मुख्य उद्देश्य नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करना है। बेहतर इलाज और सुविधाओं के कारण अब नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पड़ेगा, जिससे उनकी जान को खतरा कम होगा। यह जिला अस्पताल के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो नवजात शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य और जीवन रक्षा में मददगार साबित होगी।

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